ईस्ट इंडिया टाइम्स ब्यूरोचीफ ताहिर कुरैशी मथुरा

मथुरा।शनिवार को जनपद न्यायालय मथुरा में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस राष्ट्रीय लोक अदालत की अध्यक्षता जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा विकास कुमार द्वारा की गई। इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय श्री आशीष जैन, नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत बृहम्मतेज चतुर्वेदी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा श्री सुरेन्द्र प्रसाद, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री उत्सव गौरव राज, अध्यक्ष बार एसोसिएशन प्रदीप कुमार शर्मा, सचिव बार एसोसिएशन शिवकुमार लवानियाँ सहित समस्त न्यायिक अधिकारी, कर्मचारी, अधिवक्ता, बैंक/मोबाइल / फाइनेन्स कम्पनियों के अधिकारी, वादकारी, पराविधिक स्वयंसेवक, लीगल एड डिफेन्स काउन्सिल आदि उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ जनपद न्यायाधीश श्री विकास कुमार द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला मुख्यालय, कलेक्ट्रेट, तहसील स्तर पर कुल 262802 वाद निस्तारण हेतु नियत किये गये, जिनमें से 209947 वादों का निस्तारण किया गया। विकास कुमार, जनपद न्यायाधीश, मथुरा द्वारा 01 आर्बिटेशन वाद तथा 25 सिविल वादों का निस्तारण किया गया।
आशीष जैन, प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, मथुरा द्वारा 51 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया।मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों में श्री राजेश चौधरी, पीठासीन अधिकारी, मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर न्यायाधिकरण, मथुरा द्वारा मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों से सम्बंधित 65 वादों का निस्तारण कर मु० 6,41,04,400/- रूपये की प्रतिकर राशि पीडित पक्षकारों को दिलाये जाने के आदेश पारित किये गये तथा 10 प्रकीर्ण वादों का निस्तारण किया गया।
फौजदारी न्यायालयों द्वारा फौजदारी से सम्बंधित 36084 वादों का निस्तारण कर मु0 567645/- रूपये का अर्थदण्ड वसूला गया।चैक बाउन्स के वादों से सम्बंधित 29 वादों का निस्तारण कर मु० 1,12,39,545/- रूपये का भुगतान पक्षकारों को करने के आदेश पारित किये गये।148 व्यवहारिक वाद, 68 विद्युत अधिनियम वाद, 260 विद्युत अधिनियम अंतिम आख्या, 262 अंतिम आख्या, 07 उपभोक्ता फोरम वाद तथा 79 अन्य प्रकार के वादों का निस्तारण किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न बैंकों, मोबाइल कम्पनियों द्वारा निस्तारण हेतु लगाये गये प्री-लिटिगेशन वादों में 1159 वादों का निस्तारण कर 10,53,80,036/- रूपये वसूले गये। राष्ट्रीय लोक अदालत में उपस्थित बैंकों / मोबाइल व फाइनेन्स कम्पनियों की स्टॉलों पर जनपद न्यायाधीश द्वारा जाकर पक्षकारों को व्यक्तिगत रूप से सुना गया तथा पक्षकारों के मामलों के निस्तारण हेतु उपस्थित बैंक अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिये गये। जिला व तहसील स्तर पर स्थापित प्रशासनिक न्यायालयों/विभागों द्वारा प्री-लिटिगेशन स्तर पर 171694 वादों का निस्तारण किया गया। प्री-लिटिगेशन वैवाहिक वादों में 05 वादों का निस्तारण किया गया।
उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार जिला कारागार, मथुरा के सहयोग से जिला कारागार में निरूद्ध बंदियों द्वारा निर्मित ठाकुर जी की पोशाक, ठाकुर जी के मुकुट, हथकरघा की साड़ी, हथकरघा के गमछे, हथकरघा के टॉवल, हथकरघा के धोती दुपट्टा, हथकरघा के शर्ट के कपड़े, विभिन्न प्रकार के एल.ई.डी. बल्ब आदि उत्पादों की स्टॉल प्रदर्शन एवं बिक्री हेतु जनपद न्यायालय परिसर में लगाई गई। इस स्टॉल पर समस्त न्यायिक अधिकारियों, कर्मचारियों, अधिवक्ताओं, वादकारियों आदि द्वारा अपने आवश्यकतानुसार उक्त सामग्री क्रय की गई।राष्ट्रीय लोक अदालत के अंत में अपर जिला जज / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा श्री सुरेन्द्र प्रसाद द्वारा उपस्थित सभी का आभार व्यक्त किया गया।