ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान




कायमगंज-फर्रुखाबाद
नगर के बाईपास पर स्थित एक निजी अस्पताल में आज सुबह एक गर्भवती महिला को प्रसव के लिए परिजन लेकर आए। जहां डॉक्टर ने आपरेशन की सलाह दी। कुछ देर बाद मृत बच्चा हुआ और महिला की हालत बिगड़ गई। डॉक्टर तुरंत उसे अपनी गाड़ी से फर्रुखाबाद ले गए जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने शव लाकर अस्पताल के बाहर रख दिया और डाक्टर पर लापरवाही के आरोप लगाए।
नगर के बाईपास पर स्थित एक निजी अस्पताल में बरखेड़ा निवासी ब्रजकिशोर ने अपनी पत्नी राखी देवी को प्रसव पीड़ा के दौरान मंगलवार सुबह 9:30 बजे भर्ती कराया। जहां डॉक्टर पुष्पेंद्र शाक्य ने उसकी हालत गंभीर देखते हुए तुरंत ऑपरेशन की सलाह दी। ब्रजकिशोर ने बताया कि उससे डॉक्टर ने ऑपरेशन के लिए₹20हजार नगद₹6 हजार ब्लड और ₹5 हजार अन्य जमा कराए। उसके बाद ऑपरेशन शुरू हुआ तो बच्चा मृत अवस्था में पैदा हुआ। डॉक्टर ने कहा कि बचा को सुरक्षित बचा लेंगे। लेकिन उसकी हालत बिगड़ गई। उसने बताया कि डाक्टर अपनी ही गाड़ी में उसे फर्रुखाबाद के एक अस्पताल में ले गए। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर तुरंत वहां से गायब हो गए। परिजन शव को वापस कायमगंज ले आए और डायल 112 पर सूचना दी। कुछ देर बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। उससे पहले ही अस्पताल का डाक्टर और स्टाफ भाग चुका था। डॉक्टर से फोन पर बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
बाई पास पर स्थित न्यू परी अस्पताल डाक्टर पुष्पेंद्र शाक्य का है। जो मात्र बीएएमएस की डिग्री प्राप्त है। वे न तो सर्जन हैं और न ही प्रशिक्षित फिर वे किस के रहमौकरम पर अस्पताल चला रहे हैं। एक बड़ा सवाल है जहां हर प्रकार के ऑपरेशन का बोर्ड भी लगा है।
सीएमओ के आदेश पर चिकित्साधीक्षक शोभित कुमार ने अस्पताल को सील कर दिया। इससे पहले दो बार और भी मामलों ये अस्पताल सील हो चुका है। यह ही नहीं इस अस्पताल के आस पास और भी ऐसे ही अस्पताल चल रहे हैं।