फिरोजाबाद ।

10वीं और 12वीं के उत्तीर्ण छात्रों को करियर की सही दिशा देने, उन्हें जीवन में आगे बढ़ने और मोटिवेट करने के लिए चिराग सोसाइटी द्वारा ओसियन गार्डन में ड्रीम अचीवर काउंसलिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से आए प्रोफेसर एवं दिल्ली से आई डॉक्टर के साथ साथ शहर के प्रतिष्ठित डॉक्टर, वकील, समाजसेवी और शिक्षाविद ने सभी बच्चों को एक नई दिशा दी और लंदन में रिसर्च कर रहे छात्र व आईपीएस बुशरा बानो ने गूगल मीट के माध्यम से इस कार्यक्रम को ज्वाइन कर बच्चों की, काउंसलिंग की। कार्यक्रम की अध्यक्षता हाजी शाहिद पटेल ने की।
हज कमेटी के सचिव मौलाना आलम मुस्तफा याकूबी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से जुड़कर बच्चे कैसे लाभ ले सकते हैं इस विषय में विस्तार से समझाते हुए कहा कि, “चिराग सोसाइटी ने बच्चों के लिए बेहतरीन और समय की जरूरत जैसी पहल की है। ऐसे कार्यक्रम समाज में नई रोशनी लाते हैं।”
पूर्व एमएलसी एवं एफएस यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति दिलीप यादव ने कहा कि, “यह कार्यक्रम बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। छोटे शहरों में ऐसे करियर गाइडेंस प्रोग्राम बहुत जरूरी हैं।
वरिष्ठ अधिवक्ता अब्दुल सलाम एडवोकेट ने कहा कि, बच्चों को वकालत और कानून के क्षेत्र में भी जागरूक होना चाहिए। हमने देखा है कि, मुस्लिम समाज के अंदर बच्चियां वकालत और कानून के क्षेत्र में काम करने के लिए आसानी से नहीं आती। उन्हें इस क्षेत्र को भी चुनना चाहिए। इसकी बेहद आवश्यकता है। जब, बेटियां इस फील्ड में आगे आएंगी तो, महिलाओं को भी सम्मान और इंसाफ आसानी से मिलेगा।
उन्होंने चिराग संस्था को संदेश देते हुए कहा कि, ऐसा कोई भी बच्चा जो, आपके संज्ञान में आता है और किसी कंपटीशन को पास कर चुका है। लेकिन, पैसों के अभाव में वह बच्चा मुकाम हासिल नहीं कर पा रहा है तो, ऐसे बच्चों की खोज करें। हम उसका समर्थन करने और उसको सहयोग देने के लिए तैयार हैं।
डा. जफर आलम ने आयोजित किए गए कार्यक्रम के विषय में विस्तार से बताते हुए कहा कि,”हमारा मकसद है बच्चों को सही रास्ता दिखाना और उन्हें मंज़िल तक पहुँचाना। चिराग सोसाइटी भविष्य में भी ऐसे प्रोग्राम आयोजित करती रहे।
अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हाजी सईद पटेल ने कहा कि, चिराग संस्था का यह कार्यक्रम बच्चों को एक नया रास्ता देगा, बिल्कुल अलग तरह का यह कार्यक्रम फिरोजाबाद में ऑर्गेनाइज किया गया है। इस संस्था ने एक अच्छी पहल की है। उम्मीद है कि, दूसरे संगठन भी इस तरह के कार्यक्रम को ऑर्गेनाइज करने में आगे आएंगे। बहुत सारे बच्चे ऐसे हैं जिनके अंदर काफी टैलेंट होता है लेकिन वे, सही मंजिल तक नहीं पहुंच पाते हैं। उसका कारण सिर्फ, काउंसलिंग का ना होना है। अच्छी काउंसलिंग एक आम व्यक्ति को कामयाब बना सकती है।
डॉ शमशाद बानो सुगरा बेगम गर्ल्स इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल ने कहा कि जब तक दृढ़ निश्चय और संकल्प नहीं लेंगे तब तक बच्चों को मुकाम हासिल नहीं होगा आज देखा जा रहा है कि, बच्चे मोबाइलों में व्यस्त हैं और मोबाइल की जिस साइड से हमें नॉलेज मिल सकती है उसको ना चला कर फिजूल की चीज देख रहे हैं। स्टूडेंट को चयन करना पड़ेगा कि, हम अपने मोबाइल का इस्तेमाल नॉलेज के लिए करें तभी कुछ संभव हो सकेगा।
आगरा से पधारे जहांगीर आलम ने कहा कि, बच्चे वही कामयाब होते हैं जो अपना मकसद लेकर चलते हैं और जिनके पास मकसद नहीं है वह, कभी सक्सेस नहीं होते। इसलिए, बच्चों को अपने मकसद में अपने ड्रीम को अचीव करने के लिए द्रण संकल्प के साथ खड़ा रहना होगा।
दिल्ली से पधारी डॉक्टर नाज ने बच्चियों की काउंसलिंग की और एमबीबीएस में कैसे सेलेक्ट हो सकती हैं ? कौन-कौन सी यूनिवर्सिटीज में दाखिला ले सकती हैं अगर नीट क्वालीफाई नहीं कर पाते हैं तो किस तरह से बच्चे एमबीबीएस कर सकते हैं, या बीएमसी या दूसरी डिग्रियां हासिल कर सकते हैं। विस्तार से बताया और बच्चों ने कई बार लगातार उनसे प्रश्न किया, इसके उन्होंने लगातार बच्चों को आंसर दिए।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से लिटिल इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधक चिरागउद्दीन, दाऊदयाल गर्ल्स इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल अंजुमा रियाज, सर बिलाल कॉन्वेंट के प्रबंधक कामरान सिद्दीकी, असलम अदीब, चिराग सोसाइटी में इंटर्नशिप कर रही कुमारी तनु मिश्राा,लंदन से पधारी कुमारी रोजी फहीम, कासिम सिद्दीकी, ओसियन गार्डन के ओनर मेराज अब्बास, इसराइल खान, अजीमुद्दीन एडवोकेट, जाहिद हुसैन,जफरुद्दीन, डॉ वकारुद्दीन सिद्दीकी, इरफान सदा वाले एवं रिक्वायर्ड फॉर आर्मी इश्तियाक अहमद खान व अन्य उपस्थित रहे