ईस्ट इंडिया टाइम्स
रिपोर्ट विरेन्द्र तोमर.


बागपत/
कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को जिलाधिकारी अस्मिता लाल की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। सड़क सुरक्षा से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई और कार्ययोजनाओं को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे गांवों में जलभराव, कूड़ा-कचरा और जल निकासी की समस्या को गंभीरता से लिया गया।डीएम ने पंचायती राज विभाग को निर्देशित किया ग्राम प्रधानों के साथ मिलकर इन समस्याओं का स्थायी समाधान सुनिश्चित करें। सिसाना गांव में ड्रेनेज सिस्टम निर्माण को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए। स्कूल वाहनों की फिटनेस को लेकर कड़ा रुख अपनाया।कोई भी विद्यालय वाहन बिना वैध फिटनेस प्रमाण-पत्र के सड़कों पर नहीं दिखना चाहिए। इसके लिए परिवहन विभाग को विद्यालय प्रबंधकों एवं प्रधानाचार्यों के साथ विशेष बैठक करने के निर्देश दिए गए स्कूली बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। ग्रामीण सड़क सुरक्षा समिति के गठन का प्रस्ताव भी पारित किया गया। यह समिति ग्राम स्तर पर सड़क सुरक्षा से जुड़े मुद्दों की पहचान, जागरूकता और समाधान के लिए कार्य करेगी।ग्राम प्रधान, शिक्षक, यूथ क्लब, आशा, सचिव व मंगल दल के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा।स्मार्ट सिटी मॉडल से प्रेरित होकर कलेक्ट्रेट विकास भवन के पास रोटरी ट्रैफिक सर्किल के निर्माण को भी स्वीकृति दी गई। एनएचएआई को शीघ्र प्रस्ताव बनाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। रात्रिे मे सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस परिसर सहित अन्य प्रमुख स्थलों पर हाईमास्ट लाइट लगाए जाने के निर्देश दिए गए। बिनौली में बन रहे रेलवे ओवर ब्रिज के शीघ्र लोकार्पण के लिए भी कार्य तेज करने को कहा गया।
बैठक में अपर जिलाधिकारी न्यायिक शिव नारायण, एआरटीओ राघवेंद्र सिंह, पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता अतुल कुमार, नगर पालिका अधिशासी अधिकारी भड़ाना सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।