ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुऑंधार

कन्नौज। कोतवाली कन्नौज पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिये करोड़ों की साइबर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 10 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 13 मोबाइल फोन, 18 क्रेडिट व डेबिट कार्ड, 17 सिम कार्ड, 04 चेकबुक, पासबुक, पैन व आधार कार्ड, 02 कार तथा 1 लाख 76 हजार रुपये नगद सहित भारी मात्रा में ठगी में प्रयुक्त सामग्री बरामद की है। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि कन्नौज कोतवाली प्रभारी निरीक्षक जितेन्द्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में उपनिरीक्षक आलोक कुमार सिंह, राजेश प्रताप सिंह, राधे कृष्ण पाण्डेय, हेड कांस्टेबल शिवशंकर शुक्ला, कांस्टेबल प्रवीण, अर्जुन, गजेन्द्र, धीरज, कुँवरपाल व मयंक ने जीटी रोड तिखवा कट के पास से 02 कारों में सवार अभियुक्तों को दबोचा। इनके खिलाफ थाना कोतवाली कन्नौज में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि उनका गिरोह चार स्तरों पर काम करता है। सबसे निचले स्तर पर मीडिया नामक सदस्य लोगों को चिन्हित कर खाते दिलवाते हैं। फिर होल्डर उन्हें समझाकर बैंक खाता उपलब्ध कराते हैं। तीसरे स्तर पर किट होल्डर पासबुक, एटीएम, पैन, आधार, सिम आदि उपलब्ध कराता है। सबसे ऊपर पैनल ग्रुप रहता है, जो खाते को फर्जी ऑनलाइन गेमिंग ऐप से जोड़कर नियंत्रण में ले लेता है। इसके बाद आमजन द्वारा गेमिंग में लगाए गए रुपये सीधे उनके खातों में पहुंचते हैं। इस तरीके से वे रोजाना 5 से 10 करोड़ रुपये की ठगी करते थे। गिरफ्तार अभियुक्त
मोहित चोपड़ा (दिल्ली), अजीत कुमार (संत कबीर नगर), सतीश मौर्य (अमेठी), आशुतोष कुमार (लखनऊ), अमित गुप्ता (आजमगढ़), संदीप गुप्ता (दिल्ली), यश श्रीवास्तव (लखनऊ), आयुष पाल (लखनऊ), मोहम्मद साहिल (लखनऊ) और अंकित सिंह (प्रतापगढ़) शामिल हैं। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार का कहना है कि साइबर ठगी के इस बड़े नेटवर्क की कड़ियां अन्य जिलों व राज्यों से भी जुड़ी हो सकती हैं, जिसकी जांच जारी है।