रिपोर्ट विरेंद्र तोमर

बागपत / जिला विकास भवन में मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आयोजित महत्वपूर्ण बैठक उस समय गरमा गई जब एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) के अधिकारी बैठक में अनुपस्थित रहे। इस पर किसान यूनियन के एनसीआर महासचिव प्रदीप धामा ने कड़ी नाराजगी जताई और कहा कि किसानों की समस्याओं पर बार-बार लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। धामा ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि आगामी 17 सितंबर को होने वाले किसान दिवस की बैठक में भी एनएचएआई अधिकारी शामिल नहीं होते हैं, तो जनपद में चल रहे सभी विकास कार्यों को रोक दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को मजबूर होना पड़ा तो वे दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर बैठकर अधिकारियों से वार्ता करेंगे। बैठक में किसानों ने यमुना नदी से फसलों को हुए भारी नुकसान का मुद्दा भी उठाया। इस पर अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि प्रभावित किसानों का सर्वे कराया जाएगा और उन्हें उचित मुआवजा उपलब्ध कराया जाएगा। जिला प्रभारी विनोद कुमार ने यमुना नदी में बार-बार गैस पाइपलाइन फटने की गंभीर समस्या रखी। उन्होंने कहा कि यदि इस ओर तत्काल ध्यान नहीं दिया गया तो किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि गेल कंपनी को पत्र लिखकर इस मामले में जल्द कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी।
बैठक में किसानों ने गैस पाइपलाइन के लिए मिले अपर्याप्त मुआवजे का मुद्दा भी उठाया और इसे न्यायोचित बनाने की मांग की।
बैठक में चौधरी इंद्रपाल सिंह, राजेंद्र प्रधान, हिम्मत सिंह, गौरव बली, उपेंद्र तोमर, शिवदत्त शर्मा सहित बड़ी संख्या में किसान व कार्यकर्ता मौजूद रहे।