सोनभद्र-

सोनभद्र/शक्तिनगर /बीना एनसीएल परियोजना क्षेत्र मे विस्थापित एवं प्रभावितों लोगों को हमेशा छला गया है।परियोजनाओं के कथा कथित अधिकारीयों व दलालों द्वारा।आए दिन मजदूरों का शोषण देखने को मिलता है,एनसीएल परियोजना में आउटसोर्सिंग कंपनीयों में मजदूरों का शोषण आए दिन देखने को मिलता है,कृष्णशिला परियोजना में आउटसोर्सिंग कंपनी केएनआई को जब कार्य मिला तो क्षेत्र में लोगों मे खुशी का माहौल बन गया । पेटी कॉन्टैक्टर स्वामीनारायण के साथ में लेकर कार्य शुरू कर दिया गया।
सूत्र बताते हैं कि स्वामीनारायण का अधिकारी पी सी तिवारी एवं केएनआई पीके सिंह द्वारा बाहरी मजदूरों को लाकर लगभग 15 हजार रुपए का मानदेय देकर 12 घंटे कार्य कराया जा रहा है। कथा कथित नेताओं द्वारा स्थानीय चंद बेरोजगारों को नौकरी दिलाकर लगभग 15 हज़ार मात्र दिया जा रहा है। क्षेत्र के बेरोजगारों का हक मारा जा रहा है, जिससे मजदूरों में आक्रोश भरा हुआ है। क्षेत्र में आए दिन सुनने को मिलता होगा कि ठेकेदारों द्वारा ATM पासबुक लेकर मजदूरों के हक पर डाका डालते हैं।
यह खेल केवल CHP व चंद ठेकेदारों द्वारा ही सीमित था। लेकिन अब आउटसोर्सिंग कंपनियों में भी यह खेल चलने लगा है।जीता जागता सबूत KNI व स्वामीनारायण के साथ खड़िया में कलिंगा इसी तरह चेन्नई राधा में भी खेल चालू हो गया है।
मनमानी तरीके से अपने पावर और पैसे के दम पर मजदूरों का शोषण करने में कंपनियों के प्रोजेक्ट अधिकारी पीछे नहीं है। कंपनियों के खिलाफ मजदूर अगर विरोध करना चाहे तो उनको नौकरी से निकालने ने की धमकी दी जाती है, इनका शोषण होता है। मजदूरों की मांग है उच्च स्तरीय जांच कर उन्हें न्याय दिलाया जाए क्षेत्र में हो रहे भ्रष्टाचार का खुलासा हो सके।उच्च अधिकारियों द्वारा मजदूर की पासबुक जांच की जाए इससे यह पता चलेगा कि लोगों के खाते में कितना वेतन आ रहा है KNI का और भी घोटाला आपके सामने दिखाया जाएगा जैसे डीजल खपत से लेकर परियोजना के अंदर जो कैंप बने हुए हैं एवं साथ में ओवरलोडिंग की कहानी विस्तार से शेष अगले अंक में।