ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट एस पी कुशवाहा

देवरिया /उत्तर प्रदेश गो सेवा आयोग के उपाध्यक्ष जसवंत सिंह उर्फ अतुल सिंह ने जनपद में संचालित अस्थाई गो आश्रय स्थलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के अंतर्गत बलटिकरा (बैतालपुर), सोनहुला (रामनगर तरकुलवा), कान्हा गोशाला (पिपरपांती, देवरिया), तथा वृहद गो संरक्षण केंद्र (पिपरा चंद्रभान) का निरीक्षण किया गया। इसके साथ ही इनसे संबंधित चारागाहों की स्थिति का भी जायजा लिया गया।
निरीक्षण के पश्चात कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद स्तरीय गोवंश अनुश्रवण एवं मूल्यांकन समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में निराश्रित और बेसहारा गोवंश के संरक्षण, मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना की प्रगति, गोचर और चारागाह भूमि की स्थिति, संरक्षित गोवंशों के भरण-पोषण, गो आश्रय स्थलों में केयरटेकर की उपलब्धता, कैटल कैचर की कार्यप्रणाली और जनपद में साइलेज के उपयोग से संबंधित मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।
अध्यक्ष ने जनपद में संचालित समस्त चारागाहों में बोरिंग कराने, चारागाहों की फेंसिंग एसएफसी पूलिंग की धनराशि से कराने और शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कैटल कैचर को क्रियाशील बनाते हुए वाहन चालक एवं ईंधन की व्यवस्था क्षेत्र पंचायत निधि से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, गोचर और चारागाह की भूमि पर अतिक्रमण को हटाकर हरे चारे की बुवाई कराने और विकास खंड स्तर पर किसान गोष्ठियों के माध्यम से गो आधारित प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने पर बल दिया गया।
बैठक में जिला विकास अधिकारी, उप जिलाधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, नगर पालिका एवं नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारी, जिला पंचायत के अधिकारी, सिंचाई विभाग और लघु सिंचाई विभाग के अधिकारी, प्रभागीय वनाधिकारी, श्रम एवं स्व रोजगार उपायुक्त, जिला पंचायत राज अधिकारी, कृषि एवं उद्यान विभाग के अधिकारी, मनरेगा उपायुक्त, खादी ग्रामोद्योग अधिकारी, सहायक निदेशक मत्स्य, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी, खंड विकास अधिकारी और पशु चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे।

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