ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट सौरभ अग्रवालफिरोजाबाद।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर पुरी सुहागनगरी कृष्णमय हो गई। नगर के मंदिरों में मनमोहक झांकिया सजाई गई। कई स्थानों पर बाबा बर्फानी की सजी झांकियों में भीड़ का सैलाब उमड़ पड़ा। घरों में हिण्डौलें सजाए गए। रात 12 बजते ही घर घर में, मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण की जन्म हुआ। नन्द के घर आंनद भए, जय कन्हैया लाल की के जयकारों से गली मौहल्ले सडके गुंजाएमान होने लगी। मंदिरों में घंटंे, घडियाल, शंख बजने लगे। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व सोमवार को मनाया गया प्रातः काल से तैयारियां शुरू हो गई थी। मंदिरों और घरो में झांकिया सजाई जाने लगी। शाम को जनता के दर्शनों के लिए मंदिर के पट खोल दिए गए। रात्रि में गलियो, सडको पर बच्चो, युवको, युवतियों की टीमें झांकियों के दर्शन के लिए सड़क पर निकल पडे। नगर के प्रमुख मंदिर राधाकृष्ण मंदिर, राधा बल्ल्भ मंदिर, गोवर्धन मंदिर, बिहारी जी मंदिर, द्वारिकाद्यीश मंदिर के अलावा विभिन्न मंदिरों में झांकिया सजाई गई। बांके बिहारी मंदिर में बांके विहारी की झांकी आकर्षण का केन्द्र रही। द्वारिकाधीश मंदिर में बर्फ की झांकी बाबा अमरनाथ की झांकी को देखने के लिए लोग बर्फ पर चलकर मंदिर प्रांगण में पहुंचे और बाबा बर्फानी के दर्शन किए। बिहारी जी मंदिर के मंहत पंडित मुन्नालाल शास्त्री ने वताया कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म अष्टमी की रात्रि में रोहणी नक्षत्र में हुआ था। तभी से सभी लोग भगवान श्रीकृष्ण का जन्म करते चले आ रहे है। जन्म के बाद लड्डू गोपाल जी को पंचामृत से स्नान कराकर गंगाजल से स्नान कराया जाता है। भगवान की आरती के बाद प्रसाद वितिरित किया जाता है। गणेश नगर, सुहाग नगर, जैन नगर, महावीर एन्कलेव, रामनगर, महावीर नगर, छारबाग, नगला भाऊ, देवनगर, करबला, विभव नगर, संतोष नगर, ठारपूठा, सैलई, जलेसर रोड आदि मौहल्लों में झांकिया, हिण्डौलें सजाए गए। रात्रि के 12 बजते ही नन्द आंनद भए जय कन्हैया लाल के जयकारे गुंजने लगे। मंदिरो में घंटा, घडियाल, शंख बजने लगे। चारो ओर उत्सव मनने लगा। आरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया। पुलिस की चाक चौबन्द व्यवस्था थी। ———-

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