रिपोर्ट वीरेंद्र तोमर बागपत

बागपत/ बडौत /बिनौली गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल जीवाना में राष्ट्रीय आर्य वीर दल के तत्वाधान में सोमवार को नगर में 8 दिवसीय चरित्र निर्माण शिविर का शुभारंभ किया गया। शिविर का आगाज़ वैदिक परंपरा के अनुसार यज्ञ की आहुति के साथ हुआ। यज्ञ के उपरांत ध्वजारोहण कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसका संचालन शिविर प्रबंधक डॉ. अनिल आर्य ने किया।
डॉ. अनिल आर्य ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में चरित्र निर्माण का सबसे बड़ा महत्व है। उन्होंने कहा कि “अनुशासन, सदाचार और आत्मविश्वास से ही बच्चों का व्यक्तित्व निखरता है और समाज में उनकी अलग पहचान बनती है।”शिविर के पहले दिन प्रशिक्षकों ने बच्चों को योगाभ्यास कराया। इसमें सर्वांग सुंदर आसन, सूर्य नमस्कार और अन्य योग क्रियाओं का अभ्यास कराया गया। साथ ही बच्चों को कराटे का प्रशिक्षण भी दिया गया, जिससे उनमें आत्मरक्षा की भावना के साथ-साथ शारीरिक क्षमता का विकास हुआ।
शिविर के उद्घाटन अवसर पर आचार्य अरविंद शास्त्री, आचार्य धर्मवीर आर्य, अनंगपाल आर्य, अवध किशोर कुमार, उर्मिला आर्या, काजल एवं सोनिका सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। वक्ताओं ने कहा कि इस प्रकार के शिविर बच्चों को अनुशासित, संस्कारित और आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
नैतिक शिक्षा और सांस्कृतिक गतिविधियाँ भी होंगी शामिल
आयोजकों ने जानकारी दी कि शिविर के आगामी दिनों में बच्चों को नैतिक शिक्षा, संस्कार, खेल-कूद, वाद-विवाद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़ने के कार्यक्रम होंगे। इससे बच्चों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा और उनमें नेतृत्व क्षमता का भी विकास होगा।