राजेन्द्र सिंह धुऑंधार

कन्नौज। ठठिया थाना क्षेत्र के औसेर वन ब्लॉक में वन विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सरकार द्वारा पौधरोपण के लिए भेजी गई लाखों रुपये कीमत की जिप्सम खाद जंगल में सैकड़ों बोरियों के रूप में खुले में पड़ी रही, जो बरसात में भीगकर बर्बाद हो रही है। जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता से सरकारी धन की खुलेआम बर्बादी हो रही है। जानकारी के अनुसार, हर वर्ष जून में पौधरोपण के लिए गड्ढे खोदे जाते हैं और उनमें जिप्सम खाद डाली जाती है ताकि पौधों को आवश्यक पोषण मिल सके। लेकिन इस बार संबंधित कर्मचारी ने खाद गड्ढों में डालने के बजाय जंगल में ढेर लगाकर छोड़ दी। धूप और बारिश से खाद खराब हो रही है, जिससे हजारों पौधों को मिलने वाला लाभ खत्म हो गया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि माली पद पर तैनात जयवीर दो-दो बीट के इंचार्ज बने हुए हैं, और उनकी कार्यशैली पहले भी सवालों के घेरे में रही है। कहा जा रहा है कि पूर्व में भी कागजों में पौधरोपण दिखाकर खानापूर्ति की जा चुकी है। जंगल में रखी खाद की GPS फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला सार्वजनिक हुआ और चर्चा का विषय बन गया। ईस्ट इंडिया टाइम्स अखबार वायरल फोटो की सत्यता की पुष्टि नही करता है। विभागीय अधिकारियों से जब इस लापरवाही पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो वे कुछ कहने से बचते नजर आए। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि अगर समय पर खाद का उपयोग कर लिया जाता तो हजारों पौधों को फायदा मिलता। लेकिन अब यह सरकारी धन की खुली बर्बादी बन गई है। यह मामला तिर्वा तहसील के उमरन और औसेर वन ब्लॉक से जुड़ा बताया जा रहा है। क्षेत्रवासियों ने उच्चाधिकारियों से जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही पर अंकुश लगाया जा सके।