ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट एस पी कुशवाहा।

देवरिया/ सलेमपुर/देशव्यापी आम हड़ताल में खेत मजदूर यूनियन के कार्यकर्ताओं द्वारा हड़ताल का समर्थन किया है। गांधी चौक पर धरने पर बैठे । प्रदर्शन करते हुए तहसील मुख्यालय पर सभा की। उप जिलाधिकारी को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।प्रदेश अध्यक्ष खेत मजदूर यूनियन के नेता कामरेड सतीश ने कहा मोदी सरकार कॉर्पोरेट परस्त नीतियां बनाकर देश के मजदूर के साथ विश्वास घात कर रही है ।देश के अंदर खाली पड़े करोड़ों पदों पर स्थाई नियुक्ति न कर संविदा और आउटसोर्सिंग के जरिए नियुक्ति कर रही है ।मजदूरों का कोई भविष्य सुरक्षित नहीं है देश के अंदर 92 पर्सेंट लोग असंगठित क्षेत्र के मजदूर हैं। सरकार के पास उनके लिए भविष्य सुरक्षित होने की कोई स्कीम नहीं है । इस समय देश भयंकर बेरोजगारी भुखमरी से जूझ रहा है।चार श्रम संशोधित कानून जो लाए हैं वह देश के मजदूरों के साथ धोखा है । नेताओं ने कहा आज जरूरत देश के अंदर आशा, रसोइयों ,आंगनवाड़ी चौकीदारों ,संविदा कर्मियों ,आउटसोर्सिंग के जरिए जो मजदूर और ठेके पर काम कर रहे हैं मजदूरों को स्थाई करने की जरूरत है। न्यूनतम वेतन 26,हजार रुपए होना चाहिए पुरानी पेंशन को बहाल किया जाना चाहिए, देश के अंदर श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा लागू कर देश और प्रदेश के किसान ,मजदूर को विधवा, विकलांग, पेंशन की धनराशि को 5,हजार रुपए करना चाहिए । मनरेगा बजट आवंटन को बढ़ाना चाहिए मजदूरों को साल में 200 दिन काम मिल।सके दैनिक मजदूरी 6, सौ रुपए मिल सकता है देश को बेरोजगारी से मुक्ति की एक बड़ी स्कीम है,इसको भी सरकार खत्म करने पर तुली हुई है, उनके स्थान पर नई नियुक्ति नहीं की जा रही है केवल संविदा आउटसोर्सिंग के जरिए सरकार नियुक्ति कर रही है। इसे तत्काल वापस लिया जाए गुजरात मॉडल के तौर पर पूरे देश के अंदर 8 घंटे के काम की जगह पर 12 घंटे मजदूरों से काम लेने का प्रयास किया जा रहा है ।बेरोजगारी को देखते हुए काम के घंटे को घटाना चाहिए जबकि मोदी सरकार कॉरपोरेट और पूंजीपत्तियों के दबाव में इस काम के घंटे को बढ़ा रही है देश के अंदर मजदूरों को गुजरात मॉडल स्वीकार नहीं है, पूरे देश के अंदर श्रम कानून के खिलाफ निजीकरण ,बेरोजगारी शिक्षा और भ्रष्टाचार के खिलाफ जो आम हड़ताल का आह्वान हुआ था वह आम हड़ताल सफल रहा है ।देश और प्रदेश के अंदर मजदूरों ने खुलकर इस सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए हड़ताल का समर्थन किया है।सलेमपुर के क्षेत्र भाटपार रानी में चक्का जाम, प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया गया है प्रदर्शन में कामरेड रामनिवास यादव कामरेड बालेंद्र, हरे कृष्णा कुशवाहा, सुशील, बिरजू गुप्ता, परमहंस भारती, गोविंद चौहान, लाल बच्चन ,निषाद, लालचंद प्रसाद ,उर्मिला देवी ,जेपी सिंह, अलगू प्रसाद ,राजेंद्र गुप्ता, राम छोटू चौहान ,विंध्याचल चौहान ,अशोक कुमार ,रमाकांत यादव ,श्रीमती पाना देवी, राजदेव ,हरदेव प्रसाद, फूलमती देवी, उमा देवी, जयंती देवी ,तारा देवी ,भानुमति देवी ,लीलावती देवी , रसोईयो के साथ आदि सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने आंदोलन में भाग लिया।