ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान

कायमगंज/फर्रुखाबाद
बिजली विभाग के बिलिंग सुपरवाइजर को धक्का देने के मामले में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर कार्रवाई की मांग पर जहर खाने वाले हिंदू नेता और उसके पुत्र को पुलिस ने शांतिभंग में पाबंद कर दिया है। जबकि सुपरवाइजर की तहरीर पर किसान नेता और उनके पुत्रों पर केस दर्ज कर लिया है। इस विवाद में दोनों पक्षों पर पुलिस का डंडा चला है।
बिजली विभाग के बिलिंग सुपरवाइजर प्रशांत कुमार की तहरीर पर किसान नेता मुन्नालाल सक्सेना, उनके पुत्र विनीत, मिलन समेत अन्य दो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोप था कि 22 अगस्त को मोहल्ला जवाहरगंज स्थित मुन्नालाल सक्सेना के घर व दुकान पर अवैध रूप से मीटर लगाकर बिजली चलाई जा रही थी। जांच करने पहुंचे बिलिंग सुपरवाइजर के साथ मारपीट कर सरकारी कार्य में बाधा डाली गई और झूठे मुकदमे में फंसाकर जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था।
इस विवाद को लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रांतीय नेता प्रदीप सक्सेना लगातार पुलिस से कार्रवाई की मांग कर रहे थे। कार्रवाई न होने से नाराज होकर उन्होंने सोमवार को संदिग्ध हालात में कीटनाशक खा लिया। परिजनों ने उन्हें धूना रोड से अस्पताल पहुंचाया। इस मामले में इंस्पेक्टर अनुराग मिश्रा ने अस्पताल पहुंच कर प्रदीप सक्सेना से जानकारी ली थी और जांच की। इंस्पेक्टर ने बताया कि विवाद को देखते हुए किसान नेता मुन्नालाल सक्सेना, उनके पुत्र मिलन, विनीत व हिंदू महासभा नेता प्रदीप सक्सेना, उनके पुत्र जय सक्सेना को हिरासत में लेकर शांतिभंग में चालान किया गया है। जबकि सुपरवाइजर की तहरीर कर किसान नेता और उनके पुत्रों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है।