बाबा स्वालिहीन अख्तर का बिमारी के चलते हुआ इंतकाल उनके दीदार के लिए हाजी जमील के निवास पर लोगों लगा तांता
बिजनौर से मुनीश उपाध्याय की रिपोर्ट।
बिजनौर। स्योहारा वरिष्ठ समाजसेवी एवं कॉलोनाइजर हाजी जमील अहमद के यहां गाजियाबाद क्षेत्र के मूल निवासी बाबा स्वालिहीन अख्तर का बीमारी के चलते हुआ इंतेकाल उनके इंतकाल की खबर को सुनकर नगर में शोक की लहर दोड गई बड़ी संख्या में मरहूम के दीदार करने के लिए हाजी जमील अहमद कॉलोनी नजर के मकान पर लोगों का तांता लगा गया बताया जाता है कि बाबा 16 साल से हाजी जमील अहमद के यहां पर रह रहे थे। हाजी जमील अहमद के पूरे परिवार ने बाबा की खिदमत में लगे रहते थे बाबा एक नेक इंसान अल्लाह वाले थे उनका ध्यान हमेशा अल्लाह की तरफ लगा रहता था उनको दुनियादारी से कोई लेना-देना नहीं था हाजी जमील अहमद और उनके भाइयों ने बाबा की खिदमत हमेशा की यही वजाह है कि बाबा ने उनके पूरे परिवार को दुआओं से नवाजा हाजी जमील ने कहा है कि बाबा की कमी हमेशा महसूस होगी उन्होंने कहा है कि हम कहीं भी रहते थे लेकिन बाबा की सर प्रस्तुति रती थी बाबा की मौत का समाचार सुनकर जनपद बिजनौर के अलावा अन्य जनपदों से भी बड़ी संख्या में लोग उनके दीदार के लिए हाजी जमीन अहमद के मकान पर पहुंचे बाबा के जनाजे में शहर के गणमान्य नागरिक एवं राजनीतिक व गैर राजनीतिक और पत्रकारों ने शिरकत की असर की नमाज के बाद बाबा को किया सुपूर्दे ए खाक ।
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