मंडी प्रशासन के उत्पीड़न से परेशान व्यापारी, मंडी गेट पर बैठकर जमकर किया विरोध प्रदर्शन
ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान
कायमगंज/फर्रुखाबाद
मंडी प्रशासन के उत्पीड़न से खिन्न व्यापारियों ने नवीन मंडी गेट पर बैठकर जमकर विरोध किया। रास्ता अवरुद्व कर दियां। सब्जी लेकर आए किसानों को घुसने नहीं दिया। भोर में किसानों को मंडी परिसर के बाहर सब्जी बेचनी पड़ी। कई किसान हालात देखकर अपनी सब्जी व फल लेकर वैरंग लौट गए। कई घंटे कारोवार प्रभावित रहा। सूचना पर भारी पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे एसडीएम ने व्यापारियों को समझाया। इसके बाद माने और मामला शांत हुआ।
मंडी समिति में सब्जी, फल व अनाज व्यापारियों के मंडी प्रशासन द्वारा उत्पीड़न पर मंगलवार को अनाज कमेटी के अध्यक्ष रजनेश यादव व सब्जी एवं फल कमेटी अध्यक्ष वीरेंद्र तिवारी ने विरोध में बुधवार को नवीन सब्जी, फल,नवीन अनाज मंडी पूर्ण रूप से बंद करने की अपील की थी और कहा था कि कोई भी माल की खरीद, बिक्री नहीं होगी। न ही कोई माल उतारा व बाहर भेजा जाएगा। अपने तय कार्यक्रम के अनुसार तड़के पांच बजे व्यापार मंडल के सभी गुटो के नेता के अलावा कमेटी के पदाधिकारी व भारी संख्या में आढ़ती एकत्र हुए और मंडी समिति के गेट पर कुर्सी डाल कर बैठ गए और गेट का पूरा रास्ता जाम कर दिया। सब्जी लेकर आने वाले किसानों को बाहर ही रोक दिया और अंदर नहीं आने दिया। इससे हडकंप मच गया। इसकी सूचना मंडी प्रशासन को दी गई। उन्होंने एसडीएम रवींद्र सिंह को सूचना दी। इस पर करीब सवा सात बजे एसडीएम व मंडी सचिव नागेंद्र सिंह कोतवाली के भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। जहां मंडी सिथत सचिव कार्यालय में व्यापारियों व प्रशासिक अधिकारियों के बीच वार्ता हुई। व्यापारियों ने उत्पीड़न को लेकर अपने अपने तर्क रखे। काफी देर तनाव पूर्ण स्थिति के बाद एसडीएम के समझाने पर मामला शांत हुआ। व्यापारियों ने कहा मडी के हालात वर्तमान में खराब है। कोई ग्राहक एक किलो धनिया या आधी बोरी सब्जी आदि लेकर जा रहा है। गेट पर उसकी पर्ची काटी जा रही है। व्यापारियों ने कहा कि वह सभी मंडी शुल्क देने को तैयार है। जो बनता है चाहे एक बार में ले ले या फिर किश्तों मे। लेकिन फुटकर बिक्री पर रसीद न काटी जाए। करीब 1 घंटे के बाद साढे आठ बजे व्यापारी माने। इसके बाद व्यापारियों ने कुर्सिया हटा ली और लोगो को अंदर जाने दिया गया।
मंडी प्रशासन के उत्पीड़न के विरोध में व्यापारियों ने जब मंडी गेट पर बैठ गए और किसानों को रोक दिया तो भोर में सब्जी लेकर किसानों ने अपनी सब्जी मंडी के बाहर सड़क किनारे बेचना शुरू कर दिया। वह मंडी समिति गेट से लेकर सीपी स्कूल के समीप तक लाइन लगाकर बैठ गए। इस रोड पर कई स्कूल होने के कारण जाम की स्थिति बन गई। वाहनों की कतारे की लग गई। स्कूली बच्चे जाम में फंस गए। मरीज लेकर जा रही एंबुलेंस जाम में फंस गई। इस पर पुलिस हरकत में आई और काफी मशक्कत के बाद जाम को खोला जा सका। व्यापारियों के विरोध के दौरान मंडी में आज फल, सब्जी की बिक्री प्रभावित हुई। करीब 5 बजे से 9 बजे तक मंडी के अंदर कारोबार ठप रहा। किसानों ने बाहर औने पौने दामों में अपनी सब्जियों व फलों को बेचा दिया और किसान सामान लेकर वापस लौट गए।
4 दिसंबर को शादी की बड़़ी सहालग है। इसको लेकर थोक में सब्जी खरीदने के लिए लोग मंडी पहुंचे थे लेकिन वहां के हालात देखकर सभी काफी परेशान हुए। बाहर बेच रहे किसानों से उन्होंने बड़ी मशक्कत के बाद सब्जी खरीद पाई। लोगो का कहना था बारात आनी है। सब्जी लेने आए है। लेकिन आज वह बेहद परेशान हुए। मंडी में समस्यओं को लेकर व्यापार मंडल के नेता मनोज कौशल, संजय गुप्ता, आदेश अग्निहोत्री, उमेश गुप्ता, फल, सब्जी, अनाज कमेटी के पदाधिकारी व आढ़ती तहसील परिसर पहुंचे। जहां एसडीएम के साथ फिर वार्ता हुई। जहां मंडी के व्यापारियों का कहना था कि मंडी में दुकानदार के यहां जो भी आवक आए। उसे मंडी कर्मचारी व्यापारी के प्रतिष्ठान पर जाकर रजिस्टर में दर्ज करे वही उसके हस्ताक्षर करवाए। उन्होंने कहा कि व्यापारी के यहां जो भी माल दर्ज होगा। व्यापारी के हस्ताक्षर होगे और मंडी शुल्क देने की जिम्मेदारी व्यापारी की होगी। उन्होंने कहा कि फुटकर माल ले जाने वाले को परेशान न किया जाए। बिजली कनेक्शन दिए जाए। वही व्यापारी दुकानों पर सब मीटर लगवाए जाए। मंडी समिति में व्यापारी की जांच संबंधित विभाग के स्टाफ द्वारा ही कराई जाए। न कि राजस्व कर्मियों द्वारा। इस पर एसडीएम ने कहा जैसे पहले स्थिति थी। वैसे ही रहेगी। व्यापारी परेशान न हो। इस पर व्यापारियों के चेहरे खिल उठे।
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