कठोर तपस्या करने के पश्चात् हुआ भगवान बाहुबली को निर्वाणसेठ छदामीलाल जैन मंदिर में देष विदेष से शामिल होगें श्रद्धालु।
रिपोर्ट सौरभ अग्रवाल।
फ़िरोज़ाबाद। भगवान बाहुबली का महामस्तकाभिषेक सात दिसंबर शनिवार को सेठ छदामीलाल जैन मंदिर में प्रातः सात बजे से होगा। 1008 कलशों से बाहुबली भगवान का महामस्तकाभिषेक किया जाएगा। इसी झलक देखने के लिए देश विदेश से जैन बंधु भाग लेगें। 12 वर्ष के बाद होने वाला महामस्तकाभिषेक की तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। पुलिस प्रशासन द्वारा चाक चौबंद व्यवस्था की गई है।
सेठ छदामीलाल जैन मंदिर में प्रातः काल से ही श्रद्धांल्यूओं का पहुंचना प्रारम्भ हो गया। प्रातः नित्य नियम पूजन के पश्चात् आचार्य श्री वसुंनंदी गुरुदेव के सानिध्य में प्रतिष्ठाचार्य मनोज जैन द्वारा मन्त्रोंच्चारण के साथ पीत वस्त्रों में स्वर्ण मुकुट धारण किये सेठ महावीर प्रसाद जैन परिवार ने गुरु आज्ञा लेकर भगवान बाहुबली की विशाल प्रतिमा के सम्मुख मंत्र आराधना की तथा उनके चरणों का जलाभिषेक किया। प्रातः 8 बजे भगवान बाहुबली को निर्वाण की प्राप्ति हुई तब श्रद्धांलुओं द्वारा भगवान बाहुबली की निर्वाण कल्याणक पूजन किया।
आचार्य श्री ने कहा कि भगवान बाहुबली को केवल ज्ञान की प्राप्ति हुई और वे इस अर्ध चक्र के प्रथम केवली बन गए। इसके पश्चात उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हुई। रात्रि के कार्यक्रम में इंदौर से पधारी साधना मदावत जैन निर्देशिका रंगशाला अकेडमी द्वारा भरत का भारत शीर्षक का अभूतपूर्व नाट्यमंचन किया गया। अकेडमी के द्वारा बताया गया कि किस तरह हमारे देश का नाम भारत पड़ा। प्रदेश के पर्यटन मंत्री शुक्रवार को महावीर जिनालय पहुंचे वहां हो रहे कार्यक्रमों को देखा। ट्रस्ट के अध्यक्ष सेठ महावीर जैन ने उनका माल्यापर्ण कर पीत दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया। आदीश जैन ने बताया कि शनिवार को 1008 कलशों से पति पत्नी पाड पर चढकर भगवान बाहुबली का जलाभिषेक करेगें। कार्यक्रम को देखने के लिए हाजारों की तादात में जैन बंधु शामिल होगे। पर्यटन मंत्री का स्वागत करने वालों में दिव्यांश जैन, डा अनिल यादव, अतुल यादव, राजेश जैन, विजय जैन एड, संजय जैन पीआरओं, विनोद जैन, अरूण जैन पीली कोठी, अजय जैन, प्रवीन जैन, प्रदीप जैन आदि शामिल थे।
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