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सेंट्रल बैंक सरायमीरा में पांच वर्षो में फर्जी किसान प्रपत्र पर दिए गए 12.39 करोड़ रुपये का ऋण

ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुआँधार

कन्नौज। फर्जी किसान प्रपत्र पर दिए गए सेंट्रल बैंक सरायमीरा में 12.39 करोड़ के गबन व धोखाधड़ी के मामले में इटावा के क्षेत्रीय प्रबंधक ने बयान दर्ज कराए। विवेचक ने पांच वर्षो में फर्जी प्रपत्र पर दिए गए ऋणों के बारे में उनके जानकारी की।सेंट्रल बैंक इटावा के क्षेत्रीय प्रबंधक मोहम्मद शाहबाज आलम 25 फरवरी को सदर कोतवाली में सेंट्रल बैंक शाखा सरायमीरा के तत्कालीन प्रबंधक अभय प्रताप नारायण, कुलदीप पारिख, पंकज सहरिया, शिवम दीक्षित व पैनल अधिवक्ता पंकज सक्सेना के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें आरोप लगाया कि वर्ष 2013 से 2017 तक 208 किसानों को फर्जी प्रपत्र के आधार पर ऋण आवंटन कर 12.39 करोड़ का गबन व धोखाधड़ी की गई।कई किसानों की एक बीघा जमीन के प्रपत्र को दस बीघा दर्शाकर ऋण दिया गया। मुकदमे की जांच अतिरिक्त इंस्पेक्टर संजय कुमार शुक्ला को मिली। उन्होंने मुकदमे के वादी शाहबाज आलम को बयान के लिए कई बार फोन किया था। उनके नहीं आने पर नोटिस देने की चेतावनी दी थी। ऐसे में शाहबाज आलम ने विवेचक के पास आकर अपने बयान दर्ज कराए। विवेचक ने पांच वर्षो में फर्जी प्रपत्र के आधार पर दिए गए ऋणों के बारे में जानकारी की।
इन पांच वर्षो में प्रत्येक साल ऑडिट में मामला आखिर क्यों नहीं पकड़ में आया। इसके बारे में भी क्षेत्रीय प्रबंधक से बात की। कोतवाल कपिल दुबे ने बताया कि क्षेत्रीय प्रबंधक ने बयान दर्ज करा दिए हैं। इसके बाद आगे की विवेचना की जाएगी।

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