श्रम विभाग की उदासीनता की वजह से न्यूनतम मजदूरी पाने के लिए मजदूर खा रहा है दर दर की ठोकर
ईस्ट इंडिया टाइम्स ब्यूरोचीफ ताहिर कुरैशी

मथुरा। बंधुआ मुक्ति मोर्चा के पूर्व मंडल अध्यक्ष ठाo सोहन सिंह ने अपनी टीम के सर्वे के आंकलन से बताया कि श्रम विभाग की उदासीनता की वजह से न्यूनतम मजदूरी पाने के लिए मजदूर दर दर की ठोकर खा रहे है । यदि श्रम विभाग बेइमानी करना छोड़ दे ओर श्रम कानून का सख्ती से पालन करे तो श्रमिकों की हालत में सुधार लाया जा सकता है। श्रम विभाग एवं स्थानीय प्रशाशन को खबर होते हुए भी बेखबर है
अभी हाल ही में मैसर्स एंड प्रोप्राइटर राजकुमार गोयल प्रतिष्ठान स्थल डाo शीला शर्मा मेमोरियल हॉस्पिटल के पीछे गली में मोहल्ला शिव नगर लिंक रोड मसानी मथुरा में एक गोयल नमकीन का कारखाना है जिसमें बहुत बड़ा इलेक्ट्रॉनिक प्लांट लगा हुआ है । उक्त कारखाने में करीब 22 लोग काम करते है उक्त नमकीन कारखाने में मजदूरों से बात करनी चाही तो कारखाने के मालिक ने मजदूरों से बात करने से मना कर दिया तथा कारखाने का गेट बंद कर दिया उक्त कारखाने में किसी भी मजदूर को सरकार द्वारा घोषित मजदूरी नहीं मिल रही है इसी प्रकार महिला मजदूरों की स्थिति इससे भी अधिक खराब है एक तरफ तो उन्हें न्यूनतम मजदूरी नहीं मिल पा रही है और दूसरी तरफ कानून एवं नियमों की जिला सहायक श्रमायुक्त लेवर इंस्पेक्टरों ने मजाक बना दिया है महिला मजदूर को भी न्यूनतम मजदूरी नहीं मिल पा रही है ।सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि जिन मजदूरों को सरकार द्वारा घोषित मजदूरी नहीं दी जा रही है वे भी मजदूर कहलाएंगे।।
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