श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन सरस कथा वाचिक रोली शास्त्री ने सुदामा प्रसंग और परीक्षित मोक्ष की कथा सुनाई
ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुऑंधार

कन्नौज। गोदामाई वन मन्दिर गढ़िया में चल रही श्रीमद भागवत कथा का रविवार को समापन हो गया। कथा के अंतिम दिन श्रीमद् भागवत का रसपान पाने के लिए भक्तों का सैलाब कथा स्थल पर उमड़ पड़ा। सरस कथा वाचिक रोली शास्त्री ने श्रीमद् भागवत कथा का समापन करते हुए कई कथाओं का भक्तों को श्रवण कराया जिसमें प्रभु कृष्ण के 16 हजार शादियां के प्रसंग के साथ, सुदामा प्रसंग और परीक्षित मोक्ष की कथायें सुनाई। इन कथाओं को सुनकर सभी भक्त भाव विभोर हो गए। कथा समापन के दौरान सरस कथा वाचिक रोली शास्त्री ने भक्तों को भागवत को अपने जीवन में उतारने की बात कही जिससे सभी लोग धर्म की ओर अग्रसर हो। कथा के अंतिम दिन सुदामा चरित्र के माध्यम से भक्तों के सामने दोस्ती की मिसाल पेश की और समाज में समानता का संदेश दिया। साथ ही भक्तो को बताया कि श्रीमद् भागवत कथा का सात दिनों तक श्रवण करने से जीव का उद्धार हो जाता है तो वहीं इसे कराने वाले भी पुण्य के भागी होते है। कथा के समापन के बाद सोमवार को दुख हरनी माता गोदामाई वन मन्दिर गढ़िया पैथाना में विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। श्रीमद भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के परीक्षित महन्त बाबा लालमन दास, श्रीमद भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ महोत्सव के अध्यक्ष सनोज यादव, नीरज यादव, सुनील यादव, सुखवीर यादव, अंकित यादव सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।
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