अवैध रूप से संचालित मिला फैमिली हॉस्पिटल, सीलबीते दिनों इसी अस्पताल में महिला के गर्भस्त शिशु की हुई थी मौत
ईस्ट इंडिया टाइम्स ब्यूरो चीफ: आमिर हुसैन मसवासी।/
रामपुर गर्भस्थ शिशु की मौत के मामले की जांच को पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने फैमिली अस्पताल को सील किया है। अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किया जा रहा था। गौरतलब हो की बीते मंगलवार को मंझरा खुशहालपुर निवासी मोहम्मद रफी ने प्रसव पीढ़ा होने पर अपनी पत्नी नसीम जहां को नगर के मदरसे के सामने फैमिली अस्पताल में भर्ती कराया था। इस दौरान महिला की सास आसिया नर्सिंग होम में साथ थी। रात में महिला की तबियत बिगड़ने पर आसिया ने नर्सिंग होम के स्टाफ को बताया तब स्टाफ ने एक इंजेक्शन लगा दिया। जिसके बाद तो महिला की हालत और अधिक बिगड़ गई। बताते हैं की इंजेक्शन लगने के बाद नसीम जहां को खून की उल्टी आने लगी। इसके साथ ही नसीम जहां की आंखो के आगे अंधेरा छाने लगा। जिसके बाद नसीम जहां को दिखाई देना बंद हो गया। आसिया ने नर्सिंग होम की महिला चिकित्सक को कई बार बुलाया लेकिन वह नहीं आई। आसिया ने घर पर मामले की जानकारी दी थी। बाद में नसीम जहां का पति व घर के अन्य लोग नर्सिंग होम पहुंच गए। परिजनों ने नर्सिंग होम पर जमकर हंगामा किया। लेकिन नर्सिंग होम का स्टाफ गायब हो गया। हालत बिगड़ती देख परिजन नसीम जहां को उत्तराखंड काशीपुर के हायर सेंटर ले गए। जांच के बाद डॉक्टर ने बताया की महिला के गर्भ में पल रहे शिशु की रात ही मौत हो चुकी है। यह सुनकर परिजन सन्न रह गए। इसके बाद डॉक्टर ने ऑपरेशन कर मृतक शिशु को बाहर निकाला। परिजनों ने विभागीय अधिकारियों से मामले की शिकायत की थी। बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डिप्टी सीएमओ डॉ के के चहल ने टीम के साथ फैमिली अस्पताल पर छापामार कार्रवाई की। अधिकारियों ने अस्पताल संचालक से रजिस्ट्रेशन से संबंधित कागजात मांगे गए लेकिन संचालक के पास कोई वैध कागजात नहीं मिले। टीम ने फैमिली अस्पताल को सील कर दिया है। जानकारी पर डिप्टी सीएमओ डॉ के के चहल ने बताया कि फैमिली अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किया जा रहा था। जिसके चलते अस्पताल को सील किया गया है। कहा कि क्षेत्र में बिना रजिस्ट्रेशन के अस्पताल व नर्सिंग होम संचालित नहीं होने दिया जाएगा।
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