ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुऑंधार


ठठिया/कन्नौज। सावन के तीसरे सोमवार पर मंदिर पर आयोजित जवाबी कीर्तन में ऐसा समां बंधा की श्रोता थिरकने और झूमने को मजबूर हो उठे। सावन के तीसरे सोमवार पर इन्द्रेश्वरनाथ मन्दिर ठठिया में जवाबी कीर्तन मुकाबला का दौर रात 10 बजे शुरू हुआ जो सुबह तक चला। भजन कीर्तन मुकाबले में श्रोता नाचते
हुए नजर आए। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। इसके बाद कीर्तनकार किशन रागी एण्ड पार्टी कानपुर एवं नीलम विश्वकर्मा एण्ड पार्टी छतरपुर मध्यप्रदेश के मध्य जोरदार जवाबी मुकाबला हुआ। नीलम विश्वकर्मा ने सरस्वती वंदना के बाद कहा- भगवती वंदना करूं मां वंदना तुम्हारी, मां वंदना हो वंदना हमारी.. को आकर्षक तरीके से प्रस्तुत कर श्रोताओं को भक्तिभाव में डुबो दिया। वहीं ऐसा न जा खफा होकर दिल मेरा तोड़ के हम खुद ही चले जाएंगे तेरा शहर छोड़ कर, सत्धर्म के ही कारण यह परिवार था बिका जो कुचक्र था समय का तारा का नैन तारा धरती पर न रह सका, इस माता से मांगते हो देकर दो टका सहित एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी। वहीं किशन रागी एण्ड पार्टी कानपुर ने प्रतिद्वंदी पार्टी के सवाल का गीत के माध्यम से जवाब देने के बाद पापिया जब गया ले सिया है, तब तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे सवाल दागा। इस दौरान निरंकार अग्निहोत्री प्रधान पति ठठिया, लल्ला अवस्थी, चन्द प्रकाश मैनेजर साहब,गौरव शुक्ला किसान कोल्ड, संतराम कटियार, योगेन्द्र कुशवाहा पूर्व प्रधान, नीलू गुप्ता , अवधेश राठौर, टिल्लू अनजाना कीर्तनकार, बाबू सिंह कुशवाहा,अंकुर तिवारी सहित बढ़ी संख्या में श्रोता मौजूद रहे।