ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुऑंधार


ठठिया/कन्नौज। मोबाइल युग के कारण लोग वास्तविक जीवन में सामाजिक संपर्क से दूर होते जा रहे हैं। लोग पुरानी परंपरा को भूलते जा रहे। कन्नौज जनपद में एक ऐसा गांव है जहां के युवा और बुजुर्ग अभी भी पुरानी परंपराओं को अभी भी कायम रखें है। हम बात कर रहे हैं ग्राम पंचायत बहसुईया की जहां नाग पंचमी का त्यौहार पुरानी परंपरा के अनुसार मनाते हैं इस दिन गांव के लोग एक जगह इकट्ठा हो कर कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन करते है। गांव की ये परंपरा वर्षों पुरानी परंपरा है। श्रावण माह भगवान शिव का महीना माना जाता है। शिव के मुख्य आभूषण नाग देवता की पूजा के लिए मनाया जाने वाला पर्व नागपंचमी का विशेष महत्व है। गांव की महिलाओं ने सुबह स्नान के पश्चात गाय के गोबर से घर के चारों तरफ एक बंधन करके सुरक्षा चक्र का घेरा बनाया। शाम को गांव के बाहर कबड्डी खेलने की प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। गांव के बुजुर्ग लोगों का कहना है कि नाग पंचमी के दिन कबड्डी खेलने से इंद्र भगवान प्रसन्न होते हैं और जमकर बारिश होती है, जिससे किसानों को कृषि कार्य करने में काफी सहूलियत होती है। और बारिश होने से किसान खुशी-खुशी अपने कृषि कार्य में जुट जाते हैं। और नाग पंचमी के बाद बहुत तेजी से धान की रोपनी का कार्य शुरू हो जाता है। गांव में कबड्डी खेलने वाले खिलाड़ीयों में अजय, रोहित, बबलू, गोविन्द, मासूम, नीरज, अमन, अरमान, अंकित, संदीप, भूरा, आकाश, अभिषेक सहित सैकड़ों लोगों ने खेल का पूरा आनन्द लिया।