ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान


कायमगंज/फर्रुखाबाद
कायमगंज। नगर की पुरानी जाम समस्या सोमवार को एक गर्भवती महिला के लिए जिंदगी का सबसे कठिन पल बन गई। पितौरा निवासी रोहित की पत्नी चांदनी को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन व आशा कार्यकर्ता कामिनी ई-रिक्शा से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) लेकर आ रहे थे। लेकिन अस्पताल रोड पर रिक्शा जाम में फंस गया।
आसपास की भीड़ और सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों के कारण ई-रिक्शा कई मिनट तक नहीं निकल सका। इस बीच चांदनी की पीड़ा असहनीय हो गई। अस्पताल के गेट पर पहुंचते ही स्थिति ऐसी बनी कि उसे रिक्शे में ही बच्ची को जन्म देना पड़ा। आशा कार्यकर्ता और साथ आई महिलाओं ने मौके पर ही प्रसव की प्रक्रिया पूरी की। बाद में जच्चा-बच्चा को सीएचसी के वार्ड में भर्ती कराया गया, जहां दोनों की हालत स्वस्थ बताई गई। साथ आई महिलाओं ने बताया कि वे लोग समय पर अस्पताल पहुंच सकते थे, लेकिन सड़क पर लगने वाला रोजाना का जाम बड़ी बाधा बन गया। नियम के अनुसार आशा कार्यकर्ता को प्रसूता को प्रसव से एक दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराने की व्यवस्था करनी चाहिए, परंतु इस मामले में अंतिम समय पर ही लाया गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि तहसील रोड पर रोजाना लगने वाला जाम अब गंभीर समस्या बन गया है। पुलिस चौकी से लेकर जामा मस्जिद तक खड़ी बाइकों, कोर्ट परिसर के बाहर भीड़ और सब्जी के ठेले यातायात को अवरुद्ध कर देते हैं। मुंसिफ कोर्ट स्थित होने के कारण इस रोड पर अतिरिक्त भीड़ रहती है, पर चौकी पुलिस अक्सर इस स्थिति को अनदेखा कर देती है।
लोगों ने मांग की है कि पुलिस प्रशासन स्थायी समाधान निकाले, ताकि किसी की जिंदगी इस तरह खतरे में न पड़े।