ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान


कायमगंज/फर्रुखाबाद
तराई के पचरौली, सिनौली, चौखड़िया, महादेवपुर, सूखानगला, मोतीनगला समेत कई गांवों के सैकड़ों बाढ़ पीड़ित गुरुवार को तहसील मुख्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने प्रशासन से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्टीमर भेजने और राहत कार्य तेज करने की मांग की।
बाढ़ पीड़ितों का कहना था कि उन्होंने कई बार स्टीमर की मांग की, लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई। मजबूरन उन्होंने अपने स्तर पर धन इकट्ठा कर नाव खरीदी है, ताकि गांवों में आवागमन और बचाव कार्य जारी रह सके।मोतीनगला गांव के लोगों ने पूर्व प्रधान नंदकिशोर उर्फ भूरे का जिक्र करते हुए बताया कि वह बाढ़ के पानी में बह गए थे और अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिला है। ग्रामीण अपने स्तर से खोजबीन कर रहे हैं, लेकिन बिना संसाधनों के यह संभव नहीं हो पा रहा। उन्होंने प्रशासन से तत्काल एनडीआरएफ टीम और स्टीमर भेजने की मांग की, ताकि लापता पूर्व प्रधान को खोजा जा सके और गांवों में आवागमन सुचारू हो।प्रदर्शन की जानकारी पर इंस्पेक्टर अनुराग मिश्रा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं सुनीं और उन्हें भरोसा दिलाया कि एनडीआरएफ टीम जल्द ही भेजी जाएगी। आश्वासन मिलने के बाद बाढ़ पीड़ित वापस लौट गए।