रिपोर्ट आदिल अमान

कायमगंज/फर्रुखाबाद
बाईपास रोड पर 2 अगस्त को हुए हमले में गंभीर रूप से घायल दरोगा पुत्र मनोज यादव के मामले में आधा दर्जन आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। शनिवार रात कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में मौत हो गई थी। जवान बेटे की मौत की खबर के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह पेट में संक्रमण, पैंक्रियाटाइटिस और गंभीर लीवर की बीमारी बताई गई है। मारपीट की घटना के बाद 5 अगस्त को मृतक के पिता विजय सिंह ने छह आरोपितों विनेश, अंकुर, अनमोल, अमित, अरबाज और हीरालाल के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। तहरीर में लूट और पुरानी रंजिश का भी जिक्र किया गया था। लेकिन सवाल अब उठ रहा है कि मुकदमा दर्ज हुए एक माह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद पुलिस अब तक आरोपितों को गिरफ्तार क्यों नहीं कर सकी। पुलिस का दावा है कि तलाश की जा रही थी और आरोपित भागे हुए हैं। सवाल ये है यदि वे फरार थे, तो पुलिस का नेटवर्क इतना कमजोर क्यों साबित हुआ कि आरोपित अब तक पकड़ में नहीं आए। यही मामला अब सवालों के घेरे में है। लेकिन मनोज यादव कि मौत के बाद अब पुलिस सक्रिय हुई है। टीमें बनाकर उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। पुलिस उनके परिजन, नाते, रिश्तेदार और परिचितों के यहां जानकारी कर सुराग जुटाने में लगी है।
सीओ राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिए गए हैं और जल्द ही कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजा जाएगा।