रिपोर्ट
राजेन्द्र सिंह धुऑंधार

कन्नौज। बीते सोमवार को दिनदहाड़े कन्नौज शहर में रहने वाले दिवंगत बैंक कैशियर के घर दोपहर में महिला की हत्या और डकैती की वारदात के मामले में मंगलवार की दोपहर डीआईजी कन्नौज पहुंचे। यहां उन्होंने पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर घटनाक्रम का जायजा लिया और दिवंगत कैशियर की बेटियों से बात करते हुए जल्द ही घटना का खुलासा किए जाने और बदमाशों की गिरफ्तारी का आश्वाशन भी दिया। बता दें कि, उपरोक्त घटना के खुलासे को लेकर अधिकारियों के निर्देश के बाद एसपी ने पुलिस की तीन टीमों को भी लगाया है। बता दें कि, मूलरूप से फतेहपुर के बिंदकी के रहने वाले और कन्नौज की बैंक शाखा जसोदा में कार्यरत रहे अर्जुन श्रीवास्तव ने करीब 22 सालों पहले
कन्नौज शहर कोतवाली क्षेत्र के उपरोक्त मोहल्ले में मकान खरीदा था। बीते चार वर्ष पूर्व उनकी मौत सड़क हादसे में वर्ष 2020 में हो गई थी। जिसके बाद उनकी पत्नी सुनीता और उनकी दो बेटियां कोमल और दीया यहां रह रहे हैं। कोमल शादी शुदा है और उसकी शादी कन्नौज के ही बलारपुर गांव के रहने वाले युवक से हुई थी। शादी के बाद वैवाहिक विवाद के कारण वह बीते लंबे समय से यहीं रह रही थी। बीते सोमवार को दिवंगत बैंक कैशियर अर्जुन श्रीवास्तव के घर डकैती की वारदात और उनकी पत्नी 50 वर्षीय सुनीता की हत्या के अलावा घर पर मौजूद बेटी कोमल को भी बंधक बनाने का मामला सामने आने के बाद सनसनी फैल गई थी। घटनाक्रम के दौरान कोमल की छोटी बहन दीया जो अपने पिता के स्थान पर मृतक आश्रित कोटे के तहत ठठिया ग्रामीण बैंक में ड्यूटी पर थी, जो वारदात की जानकारी मिलने पर घर पहुंची थी।
मामले में जानकारी पर पुलिस और जांच टीमों के अलावा जिले के एसपी विनोद कुमार पहुंचे थे। यहां कोमल ने बताया था कि, उनके घर पर पत्थर लगाने को लेकर बलरामपुर के थाना तुलसीपुर के गांव नथाई प्रेमनगर निवासी मिस्त्री जसवंत उर्फ पंकज और उनका भतीजे बीते करीब तीन माह से काम कर रहे थे। घटनाक्रम के दौरान इन लोगों ने ही करीब नौ अन्य लोगों को बुलाया।
इसके बाद घर पर डकैती की वारदात को अंजाम देते हुए मेरी मम्मी की भी हत्या कर दी। घटनाक्रम में पांच लाख रुपये की नकदी और दस लाख की ज्वैलरी की लूट की बात भी सामने आई थी। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया था कि, घटनाक्रम के बाद से आरोपी मिस्त्री और लेबर के फोन स्विच ऑफ आने की जानकारी हुई। यह भी पता चला कि, पंजाबी और राजस्थानी भाषा में बात करने वाला पत्थर मिस्त्री काम करवाने के पहले अपने बैंक खाते में ग्राहक से पेमेंट करवा लेता था। कन्नौज शहर के तिर्वा रोड स्थित गोल कुआं के पास से एक टायल पत्थर की दुकान से घर के लिए पत्थर आदि समान दिवंगत बैंक कैशियर के परिजनों द्वारा खरीदा गया था। पता चला है कि, इस दुकानदार द्वारा ही पत्थर लगाने वाले मिस्त्री की जानकारी उपरोक्त परिवार को दी थी। फिलहाल इस जानकारी पर भी मामले की जांच में लगी पुलिस सीसीटीवी कैमरों के साथ जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
उच्च पुलिस अधिकारियों के निर्देश के बाद जिले के एसपी ने अन्य जांच टीमों से साक्ष्य जुटाने के निर्देश देने के अलावा तीन टीमों को भी लगाया है। मंगलवार को डीआईजी हरीशचंद्र भी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार की बेटियों से पूरे घटनाक्रम का जायजा लेते हुए जल्द घटना के खुलासे और बदमाशों की गिरफ्तारी का आश्वाशन दिया।
एसपी और जिले की पुलिस को भी घटनाक्रम में हर स्तर पर जांच पड़ताल करके जल्द घटना के खुलासे के निर्देश जारी किए गए हैं। डीआईजी के निरीक्षण के दौरान जहां सभी संबंधित पुलिस अधिकारी और पुलिस बल मौजूद रहा। वहीं वारदात के बाद से दिवंगत बैंक कैशियर की दोनों बेटियों का हाल बेहाल है।