डीएम ने कहा पेंशनरों की सेवाओं का देश की बुनियाद में अहम योगदान
विकास भवन सभागार में पेंशनर्स दिवस का हुआ आयोजन
ईस्ट इंडिया टाइम्स एस पी कुशवाहा।
देवरिया।
विकास भवन के गांधी सभागार में आयोजित पेंशनर्स दिवस की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने कहा कि पेंशनरों की सेवाओं का देश की बुनियाद में अहम योगदान है, जो देश के वर्तमान स्वरूप का आधार है। उन्होंने कहा कि पेंशनर्स दिवस का उद्देश्य पेंशनरों की समस्याओं पर चर्चा करना नहीं है, बल्कि उनका समाधान करना है। बैठक में पेंशनरों द्वारा उठाये गए प्रकरणों पर सहमति व्यक्त करते हुए उन्होंने सभी प्रकरणों का समाधान कराने का आश्वासन दिया।
इस दौरान चिकित्सा प्रतिपूर्ति के भुगतान में हिलाहवाली और अकारण लंबित रखने की शिकायतों को संज्ञान में लाए जाने पर जिलाधिकारी ने कहा कि प्रतिपूर्ति अनुकंपा नहीं, बल्कि अधिकार है। इसे किसी भी दशा में लंबित नहीं रखा जा सकता। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों को दो माह का समय देते हुए निर्देश दिया कि प्रतिपूर्ति से संबंधित लंबित सभी प्रकरणों का अनुश्रवण कर, नियमानुसार समाधान किया जाए और सभी प्रकरणों को सूचीबद्ध रखा जाए। इसके लिए उन्होंने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को इसकी निगरानी करने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि दो माह के बाद इसकी समीक्षा उनके स्तर पर की जाएगी और जिस विभाग में प्रकरण लंबित पाए जाएंगे, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि चिकित्सालय में सेवानिवृत्त कार्मिकों/वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग से हेल्प डेस्क बनाई जाए, ताकि उन्हें दवा और इलाज में कोई असुविधा न हो। पेंशनर्स संघ के अध्यक्ष श्रीराम त्रिपाठी द्वारा समस्याओं से जुड़ा ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया गया, जिस पर उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर से जुड़ी प्रकरणों का त्वरित समाधान कराया जाएगा, जबकि उच्च स्तर के प्रकरणों को शासन को प्रस्तुत किया जाएगा।
मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पांडेय ने कहा कि सरकारी सेवक अपने सेवाकाल में कई अनुभवों से गुजरते हैं, जिनका लाभ समाज को मिलना चाहिए। उन्होंने पेंशनरों से अनुरोध किया कि वे आगे बढ़कर अपने अनुभव साझा करें और समाज को नई दिशा देने के लिए कार्य करें। उन्होंने यह भी कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद पेंशनर्स सामाजिक सेवाओं में भी योगदान दे सकते हैं।
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अरुण कुमार राय ने पेंशनरों की समस्याओं को सुना और प्रत्येक मामले पर त्वरित कार्यवाही कराने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान करने के लिए सभी अधिकारियों को सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए। किसी भी हालत में पेंशनरों को अपनी समस्याओं के लिए कहीं और भटकने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए।
वरिष्ठ कोषाधिकारी अतुल कुमार पांडेय ने पेंशनर्स से अनुरोध किया कि वे जीवित प्रमाण पत्र समय से ऑफलाइन या ऑनलाइन जमा करें और साइबर फ्रॉड से सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि पेंशनर्स अपना जीवित प्रमाण पत्र उन्हें सीधे व्हाट्सएप पर भी भेज सकते हैं, ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने बताया कि जनपद में 22,450 पेंशनर्स हैं, जिनमें 80 वर्ष से अधिक आयु के 1,526 पेंशनर्स हैं।
इस अवसर पर पेंशनर्स संघ के अध्यक्ष श्रीराम त्रिपाठी, देवेन्द्र मणि, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व द्वारा जिलाधिकारी को बुके भेंट किया गया। अंत में वरिष्ठ कोषाधिकारी श्री पांडेय ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बैठक की कार्यवाही समाप्त की।
इस दौरान पेंशनर्स लालसा यादव, डीएन तिवारी, बद्री नारायण दूबे, काशीनाथ, सौदागर सिंह, रमेश तिवारी, शिवदत्त पाठक, जेबी पांडेय, जर्नादन कुशवाहा, श्रीकृष्ण कुशवाहा, रामनिवास पांडेय, मथुरा प्रसाद, अशोक कुमार कुशवाहा, रतन कुमार तिवारी, दिग्विजय नाथ सिंह, रामाधार यादव, कैलाश प्रसाद सहित अन्य पेंशनर्स गण उपस्थित रहे।
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