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सहजयोग एक ध्यान योग हैंसहजयोग स्वत होने वाली प्रक्रिया हैसात दिवसीय विशेष शिविर में सहज योग का ज्ञान दिया गया

ईस्ट इंडिया टाइम्स ब्यूरो चीफ: आमिर हुसैन

उत्तराखंड
बाजपुर/ उधमसिंह नगर: राधा कृष्ण सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज बाजपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों को सहजयोग परिवार उत्तराखंड द्वारा सहजयोग ध्यान की जानकारी दी गई। जानकारी देते हुए सहजयोग उत्तराखंड के पूर्व स्टेट कोऑर्डिनेटर व राष्ट्रीय सेवा योजना जिला समन्वयक धर्मेंद्र बसेड़ा ने बताया कि ध्यान किया नहीं जा सकता जबकि हम ध्यान की स्थिति में चले जाते हैं यह एक स्वतः होने वाली प्रक्रिया है, व्यक्ति के विचार या तो भूतकाल में रहते हैं या भविष्य काल में। जब हम अत्यधिक भूतकाल या भविष्य काल के विचारों में चले जाते हैं तो शरीर में तनाव आ जाता है और हमें शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक असंतुलन आ जाता है। श्री माताजी निर्मला देवी द्वारा बताएं सहजयोग ध्यान करने से हम स्वयं ही निर्विचार अवस्था को प्राप्त कर जाते हैं और वर्तमान की स्थिति में आ जाते हैं।इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी मुरलीधर, सत्येंद्र वर्मा, मोनिका, सुरेंद्र रहेजा, चंद्र प्रकाश, सुनीता, पुष्पा, मेहुल बसेड़ा स्वयं सेवक मौजुद थे।

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