ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुऑंधार


कन्नौज। जनपद में “जल सुरक्षित तो कल सुरक्षित” की थीम पर भूजल सप्ताह का आयोजन दिनांक 16 जुलाई से 22 जुलाई तक किया जाएगा। इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जनमानस को जल संरक्षण और भूजल के महत्व के प्रति जागरूक किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए जिलाधिकारी आशुतोष मोहन अग्निहोत्री ने बताया कि इस सप्ताह के दौरान स्कूली और कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रभात फेरी, पदयात्रा, स्लोगन लेखन, निबंध, चित्रकला प्रतियोगिता जैसे विविध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही आमजन को जोड़ने हेतु नुक्कड़ नाटक, कठपुतली नृत्य, मोटरसाइकिल रैली, गोष्ठियाँ एवं प्रचार-प्रसार हेतु होर्डिंग्स, पोस्टर व बैनर इत्यादि लगाए जाएंगे।उन्होंने कहा कि इस अभियान को व्यापक स्तर पर सफल बनाने हेतु केन्द्रीय संस्थान, गैर सरकारी संगठन, स्वयंसेवी संस्थाएं, सामाजिक संगठन, यूनिसेफ, कृषि विज्ञान केंद्र, जिला विज्ञान क्लब, पर्यावरण शिक्षा केंद्र, शिक्षामित्र, आंगनबाड़ी केंद्र, युवा मंगल दल, नेहरू युवा केंद्र आदि की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। यह सभी संस्थाएं भूजल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने में एक सतत अभियान की तरह कार्य करेंगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन का मूलभूत आधार है, जिसके बिना जीवन या वनस्पति का अस्तित्व संभव नहीं। वायु के बाद जल ही जीवन रक्षा के लिए सबसे आवश्यक तत्व है। बढ़ती जनसंख्या, शहरीकरण और औद्योगीकरण के कारण जल की मांग में निरंतर वृद्धि हुई है। आज की स्थिति यह है कि लगभग 70 प्रतिशत सिंचाई, 80 प्रतिशत पेयजल और 85 प्रतिशत औद्योगिक आवश्यकताएं भूजल स्रोतों से पूरी की जा रही हैं। इसके परिणामस्वरूप कई क्षेत्रों में भूजल स्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है, जो चिंता का विषय है। जिलाधिकारी ने कहा कि भूजल सप्ताह का उद्देश्य लोगों को यह समझाना है कि यदि हमें अपने भविष्य को सुरक्षित बनाना है, तो आज ही जल संरक्षण की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे। यह अभियान जनभागीदारी के माध्यम से जल बचाने की दिशा में एक प्रभावी पहल साबित होगा।