रिपोर्ट सुदेश वर्मा

बागपत/ बडौत बिनौली,गांव में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बिनौली में बाल्मीकि जयंती का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर वाल्मीकि मंदिर से शोभायात्रा का शुभारंभ हुआ, जिसमें पूजा-हवन के बाद गांव के विभिन्न मार्गों से होते हुए वापसी मंदिर पर हुई।
शोभायात्रा में शामिल झांकियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। इसमें राधा-कृष्ण की झांकी, लव-कुश की झांकी, घोड़े का नृत्य और अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहीं। बैंड-बाजा की धुनों ने उत्सव की गरिमा और बढ़ा दी। इस आयोजन में पुलिस प्रशासन का पूर्ण सहयोग रहा, जिससे शोभायात्रा सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से संपन्न हो सकी। शोभायात्रा में वाल्मीकि समाज के प्रमुख सदस्यों और ग्रामवासियों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई। वाल्मिक मंदिर कमेटी के अध्यक्ष कृष्ण उपाध्यक्ष पहलाद सतीश चौधरी, ग्राम प्रधान उपेंद्र धामा, गुलबीर धामा, मास्टर अमित कुमार धामा, महेंद्र कृष्ण पाल, सोनवीर, वेदपाल, धनपाल, विनोद सहित कई समाजसेवी शामिल थे।शोभायात्रा के दौरान गांववासियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और फूलों एवं रंग-बिरंगे झंडों से स्वागत किया। इस अवसर पर ग्रामीणों ने भगवान वाल्मीकि को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान व साहित्यिक कार्यों को याद किया। समाज और प्रशासन का यह संयुक्त प्रयास न केवल धार्मिक आस्था को प्रदर्शित करता है, बल्कि सांस्कृतिक जागरूकता और सामाजिक एकता का संदेश भी देता है। शोभायात्रा के समापन पर उपस्थित लोगों ने आयोजकों की सराहना की और इस प्रकार की परंपराओं को निरंतर जारी रखने की इच्छा व्यक्त की।