-कस्तूरबा गांधी विद्यालय बड़ौत में ‘सेल्फ डिफेंस क्लब’ का गठन, बालिकाओं ने सीखे आत्मरक्षा के गुर

रिपोर्ट विरेंद्र तोमर
बागपत/ बडौत मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत जनपद के विद्यालयों में छात्राओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से लगातार कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, बड़ौत में आत्मरक्षा प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण के दौरान बालिकाओं को आत्मरक्षा के व्यावहारिक गुर सिखाए गए और विद्यालय में ‘सेल्फ डिफेंस क्लब’ का गठन भी किया गया।
प्रशिक्षण सत्र में लगभग 120 छात्राओं और 10 शिक्षकों ने भाग लिया। प्रशिक्षकों ने छात्राओं को बताया कि संकट की स्थिति में खुद को कैसे सुरक्षित रखें—जैसे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सतर्क रहना, संदिग्ध व्यक्ति से दूरी बनाए रखना, अचानक हमले की स्थिति में जोर से चिल्लाकर ध्यान आकर्षित करना और मोबाइल से एसओएस अलर्ट भेजना जैसे आवश्यक कदम तुरंत उठाना। सेल्फ डिफेंस क्लब के गठन का उद्देश्य बालिकाओं को नियमित रूप से आत्मरक्षा का अभ्यास कराना और सुरक्षा के प्रति जागरूक बनाना है। क्लब की सदस्य छात्राएं साप्ताहिक अभ्यास करेंगी और “जागरूकता ही सुरक्षा” के संदेश को समाज तक पहुंचाने का कार्य भी करेंगी।विद्यालय की शिक्षिकाओं ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों से बालिकाओं में न केवल आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि उनमें निर्णय क्षमता, साहस और आत्मसम्मान की भावना भी मजबूत होती है। उन्होंने कहा कि जब कोई बालिका अपनी सुरक्षा करना सीख जाती है, तो वह खुद के साथ-साथ अन्य को भी प्रेरित करती है।प्रशिक्षकों ने बालिकाओं को यह भी बताया कि किसी आपात स्थिति में 112 या 1090 जैसी हेल्पलाइन का तुरंत उपयोग करें और किसी भी प्रकार के डर या संकोच में चुप न रहें, बल्कि तुरंत परिवार या शिक्षकों को सूचित करें।मिशन शक्ति के तहत चल रहे इस अभियान से छात्राओं में आत्मरक्षा के प्रति जागरूकता और आत्मविश्वास दोनों तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे समाज में “सुरक्षित बेटी, सशक्त बेटी” का संदेश मजबूती से प्रसारित हो रहा है।