ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट सौरभ अग्रवाल।

फिरोजाबाद । राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली व उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के दिशा-निर्देशन में शनिवार को जनपद न्यायालय में राष्ट्रीय लाेक अदालत का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित करते हुए प्रशासनिक न्यायूमर्ति डा० गौतम चौधरी, जज, उच्च न्यायालय, इलाहाबाद ने किया।

प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने संदेश दिया कि, शीर्ष पर बैठा व्यक्ति हो या गरीब से गरीब व्यक्ति, सभी की उम्मीद सिर्फ न्याय व्यवस्था से होती है और “जहाँ चाह वहाँ राह” का मंत्र देते हुए कहा कि, अधिकतम वादों को सुलह-समझौते के आधार पर निपटाया जा सकता है। साथ ही, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर यह संदेश दिया कि, किसी भी पुरूष या महिला की पहली अध्यापिका या आदर्श एक महिला ही होती है।

प्रशासनिक न्यायमूर्ति डा० गौतम चौधरी ने परिवार न्यायालय में विचाराधीन मामलों में पारिवारिक मतभेदों को और विवादों को समाप्त कर दम्पत्तियों को एक साथ रहने के लिए प्राेत्साहित किया। 10 दम्पत्तियों ने आपसी मतभेदों को भुलाकर कर एक-दूसरे को फूलों की माला पहना कर नई शुरूआत करने का निर्णय लिया। पारिवारिक विवाद से सम्बन्धित कुल 135 मामलों का निपटारा सुलह-समझौते के आधार पर हुआ।

जनपद न्यायाधीश हरवीर सिंह ने प्रशासनिक न्यायमूर्ति डा० गौतम चौधरी के आगमन पर न्यायिक परिवार की ओर से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक मामलों को निस्तारित करने के लिए न्यायिक अधिकारियों को प्राेत्साहित किया।

प्राधिकरण सचिव/ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पीयूष सिद्धार्थ ने प्राधिकरण की उपलब्धियों के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि, पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने पौधाें को रोपित किया है।

उन्होंने बताया कि, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फिरोजाबाद गरीब, असहाय, वंचित वर्ग के लोगों को निःशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए सदैव तत्पर रहता है। जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, तहसील एवं ब्लाॅक स्तर पर अधिकारियों का अपेक्षित सहयोग दिये जाने के लिए प्रभारी जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सर्वेश कुमार पाण्डेय ने किया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से जनपद न्यायाधीश/ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष हरवीर सिंह, पीठासीन अधिकारी महेन्द्र सिंह मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय अरविन्द कुमार सिंह-।।, प्रभारी जिलाधिकारी शत्रोहन वैश्य, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक साैरभ दीक्षित, मुख्य चिकित्सा अधिकारी राम बदन राम एवं पुलिस अधीक्षक (शहर) रवि शंकर प्रसाद एवं बार के पदाधिकारीगण व अन्य प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे।

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