ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुऑंधार

कन्नौज। पुत्री के प्रेम प्रसंग से परेशान पिता ने अपने बेटे और भतीजे व दूसरे गांव के दो युवकों के साथ मिलकर तीन महा पूर्व अपनी पुत्री की मुंह और गला दबाकर हत्या के बाद शव जंगल में जलाने के मामले में ठठिया थाना पुलिस ने चौथे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। ठठिया पुलिस की पूछताछ में आरोपी मोनू जाटव ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा है। किशोरी अपने प्रेमी के साथ भागकर शादी करना चाहती थी। जिसकी जानकारी मिलने पर किशोरी के पिता महेंद्र कुमार ने गुस्से में आकर अपने पुत्र संदीप, भतीजे अर्पित और पड़ोस के गांव करसाह निवासी अरविंद और मोनू जाटव के साथ मिलकर अपनी ही बेटी की हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगाने के लिए मोटरसाइकिल पर शव लादकर जंगल में जला दिया। ठठिया थाना क्षेत्र के औसेर गांव निवासी महेंद्र जाटव ने बीती 4 फरवरी 2025 को पुलिस को तहरीर देकर अपनी 17 वर्षीय बेटी अंजली के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पिता चाहता था कि पुलिस प्रेमी को अपहरण के मुकदमा में जेल भेज देगा। इस लिए किशोरी के पिता ने करसाह निवासी अरविंद जाटव जो भीम आर्मी के पदाधिकारी को पूरा ठेका दिया था। पूरा मामला निपटाने के लिए भीम आर्मी के अरविन्द जाटव ने 70 हजार रुपये लिए थे। नवनियुक्त थाना प्रभारी जेपी शर्मा की तहकीकात में पूरा मामले का खुलासा हुआ। घटना की जानकारी होने पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शनिवार को आरोपी पिता महेंद्र कुमार, भतीजे अर्पित और करसह गांव निवासी अरविंद जाटव को गिरफ्तार कर तीनों आरोपी को जेल भेज दिया था। फरार दोनों आरोपी की तलाश में पुलिस ने अपना जाल बिछा दिया। रविवार तड़के मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने करसाह गांव में दबिश देकर घटना में वांछित चौथे आरोपी मोनू जाटव को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में मोनू जाटव ने बताया कि उसके गांव का अरविंद जाटव भीम आर्मी का जिला उपाध्यक्ष था। और क्षेत्र में दलितों की जमकर नेतागीरी करता था। अरविंद किसी भी मामले को लेकर व्हाट्सएप चैट के माध्यम से भीम आर्मी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को थाने बुलाकर धरना प्रदर्शन शुरू कर देता था। और पुलिस प्रशासन पर दलित अत्याचार का हवाला देकर दबाव बनाकर कार्रवाई करवा लेता था। मोनू ने बताया कि अरविंद की क्षेत्र में धमक और वर्चस्व देखकर वह उससे प्रभावित हो गया था। और उसके साथ 24 घंटे रहकर उसके निजी कामों में भी सहयोग करने लगा था। 5 फरवरी को अरविंद ने उसे बाइक सहित औसेर गांव बुलाया था और उसकी बाइक पर शव रखकर जंगल में ले जाकर आग लगाई थी। शव ठिकाने लगाने के बाद अरविंद ने पिछले तीन महीनों में थाने में तीन बार पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था। मोनू ने बताया कि अरविंद गांव में कहता था कि उसका पुलिस कुछ नहीं कर पाएगी। मोनू ने स्वीकार किया कि इन्हीं कारणों से वह इस अपराध में शामिल हो गया। ठठिया थाना प्रभारी निरीक्षक जेपी शर्मा ने बताया कि आरोपी मोनू जाटव की बाइक भी बरामद कर ली गई है। जिसका उपयोग शव ठिकाने लगाने में किया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि इस मामले में पांचवें आरोपी मृतिका का सगा भाई की तलाश जारी है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।