ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुऑंधार

कन्नौज। कृषि विज्ञान केंद्र कन्नौज द्वारा ब्लॉक जलालाबाद के ग्राम सियरमऊ में धनिया की उत्पादन तकनीक विषय पर एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें केंद्र के उद्यान वैज्ञानिक डॉ.अमर सिंह ने खरीफ में धनिया की फसल में आने वाली जड़ सड़न की समस्या हेतु भूमि एवं बीज शोधन हेतु ट्राइकोडर्मा 5 कि0ग्रा0 प्रति हेक्टर की दर से प्रयोग करने की सलाह दी। जिससे बरसात के मौसम में धनिया की फसल को जड़ सड़न से बचाया जा सके । साथ ही साथ उद्यान वैज्ञानिक डॉ सिंह ने बताया कि धनिया की बुवाई में बैड तकनीक का प्रयोग करने से धनिया की सड़न की समस्या को कम उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है। इसके लिये किसान भाई खेत की तैयारी के समय 75 सें0मी0 चौड़ी बैड एवं 30 सें0मी0 चौड़ी नाली के हिसाब से खेत को तैयार करे धनिया की हरी पत्ती हेतु बैड पर 25 से 30 कि0ग्राम की दर से बीज की बुवाई करने की सलाह दी। बैड पर बुवाई तकनीक से प्रति हे0 40 से 45 कुं0 उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है l इसी क्रम में केन्द्र के मौसम वैज्ञानिक अमरेंद्र यादव ने जल शक्ति अभियान तथा मौसम परिवर्तन तथा वर्षा की संभावना तकनीक की जानकारी किसान भाइयों को दी। जिससे इसका फायदा किसान भाइयों को मिल सके। इस प्रशिक्षण में 32 कृषकों ने प्रतिभाग किया जिसमे उमेश तिवारी,रमेश तिवारी का सराहनीय योगदान रहा l