ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुऑंधार

कन्नौज। कृषि विज्ञान केंद्र कनौज द्वारा 1 जुलाई से 7 जुलाई 2025 के मध्य बृहद वृक्षारोपण का कार्यक्रम कराया जा रहा है इसके अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र के उद्यान वैज्ञानिक डॉ अमर सिंह ने बताया कि केंद्र द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र पर एवं जलालाबाद विकास खण्ड में मां शीतला देवी इंटर कॉलेज डिगसरा में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया तथा विद्यालय के अध्यापकों एवं छात्रों को पौध रोपण तकनीक पर विस्तार से जानकारी दी कि जिन किसान भाइयों को पौध रोपण अच्छी भूमि में करना है वह आम, केला ,पपीता इत्यादि का रोपण करे जिसमे आम के लिये लाइन से लाइन एवं पौधे से पौधे के बीच की दूरी 6 से 8 मीटर गड्ढे का आकार 1 मीटर गहरा होता है केला एवं पपीता के लिये लाइन से लाइन एव पौधें से पौधे के बीच की दूरी 3 मीटर तथा गड्ढे का आकार .0.5 मीटर गहरा रखे रखने की सलाह दी खुदाई के समय गड्ढे की आधी ऊपर की मिट्टी अलग रखें तथा नीचे की आधी मिट्टी अलग रखें उसके बाद दोनों मिट्टी में सड़ी गोबर की खाद नीम की खली एवं सिंगल सुपर फास्फेट गड्ढे के आकार के अनुसार मिलाए जो मिट्टी पहले निकाल उसे नीचे डालें जो मिट्टी बाद में निकली उसे ऊपर डालकर गड्ढे की भराई करें तथा खराब मिट्टी में आंवला, बेर, बेल अमरूद इत्यादि का रोपण करे इस के लिये 1 मीटर गहरा गड्ढा खोदे पूरी मिट्टी निकाल कर बाहर करे उसे रोपण हेतु प्रयोग में न लाए उस गड्ढे उसमें तालाब की चिकनी मिट्टी, बालू , जिप्सम, पाइरेट इत्यादि की मात्रा मिट्टी के पी0एच0 मान के अनुसार भरकर पौध रोपण करने से ऊसर बंजर में भी आसानी से बाग लगाया जा सकता है l