रिपोर्ट सुदेश वर्मा

बागपत/बड़ौत/ तहसील क्षेत्र के बिजवाड़ा गांव की गौशाला की स्थिति इन दिनों चिंताजनक बनी हुई है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने यहां की बदहाली को उजागर कर दिया है। वीडियो में मृत और बीमार गौवंशों के साथ-साथ अव्यवस्था साफ दिखाई दे रही है। ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों से तत्काल हस्तक्षेप और जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।ग्रामीणों के अनुसार गौशाला का निर्माण पशुओं की देखभाल, चारा-पानी और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कराया गया था, लेकिन लंबे समय से व्यवस्थाएं चरमराई हुई हैं। डॉक्टर की नियुक्ति तो है, मगर दवाइयों का अभाव बना हुआ है। वीडियो में जगह-जगह मृत गौवंशों के अवशेष और तड़पते हुए पशु देखे जा सकते हैं। गौशाला में गंदगी और अव्यवस्था का आलम यह है कि ग्रामीणों ने इसे “मौत का अड्डा” तक करार दिया है।
यह पहला मौका नहीं है जब बिजवाड़ा गौशाला पर सवाल खड़े हुए हैं। कुछ समय पहले भी यहां कई गौवंश मृत मिले थे, जिस पर प्रशासन ने जांच कराई थी। बावजूद इसके हालात में कोई सुधार नहीं हुआ। गौशाला के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन विधुत लाइन भी देखभाल करने वाले कर्मचारियों और गौवंशों के लिए हमेशा खतरा बनी रहती है।
गांव के लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी गंभीर नहीं हैं। अब उन्होंने डीएम और प्रदेश सरकार से हस्तक्षेप कर गौशाला प्रबंधन की खामियों को दूर कराने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।इस मामले में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि गौवंश गहरे गड्ढे में गिरने से मर गए हैं। हालांकि ग्रामीणों ने इसे लापरवाही करार देते हुए प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही सुधार नहीं हुआ तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर दैनिक अख़बार ईस्ट इंडिया टाइम्स वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता।