रिपोर्ट विरेंद्र तोमर /

बागपत/ रटौल /कस्बे में सात वर्षीय किशोरी की बुखार से मौत हो गई। घटना से पूरे कस्बे में शोक की लहर दौड़ गई। मायरा नामक किशोरी कस्बे के सलमा पब्लिक स्कूल में कक्षा एक की छात्रा थी। मासूम की मौत से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। आसपास के लोग घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं।टौल निवासी कामरान की पुत्री मायरा को पिछले एक सप्ताह से लगातार बुखार आ रहा था। परिजनों ने शुरुआत में कस्बे के ही एक निजी चिकित्सक को दिखाया, लेकिन राहत नहीं मिली। इसके बाद उसे दूसरे चिकित्सक के पास भी ले जाया गया, जहां से भी आराम न मिलने पर परिजनों ने छात्रा को दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान रविवार को उसकी मौत हो गई।
मायरा की मौत की खबर मिलते ही पूरे परिवार में कोहराम मच गया। परिजन बदहवास हैं और रो-रोकर उनका बुरा हाल है। गांव-गली के लोग गमगीन माहौल में परिवार को ढांढस बंधाने पहुंचे।
खेकड़ा के चिकित्साधिकारी प्रभारी डॉ. ताहिर ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर मामले की जानकारी जुटाई जाएगी।
कस्बे में किशोरी की मौत के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि क्षेत्र में मेडिकल टीम लगाकर जांच कराई जाए, ताकि बीमारी की समय रहते पहचान और इलाज हो सके।