कन्नौज। उत्तर प्रदेश सरकार जहां ग्राम पंचायतों में लाखों रुपये का बजट आवंटन करती है जिससे ग्राम पंचायत की खराब तस्वीर बदल सके। पर कुछ ग्राम पंचायत ऐसी है जहां के प्रधान सचिव लाखों का बजट ही डकार जाते हैं। उमर्दा विकास खंड की मुगरा पंचायत के पुनगरा गाँव में विकास कार्यों की स्थिति बेहद चिंताजनक है। सरकारी खाता से लाखों रुपये निकाल लिए जाने के बावजूद भी गाँव की गलियाँ कीचड़ और बदबूदार पानी से भरी हुई हैं। नाली खंडिजा न होने के कारण पानी की निकासी नहीं हो पा रही है, जिससे ग्रामीणों का पैदल निकलना मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और संबंधित अधिकारियों पर लापरवाही और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि विकास कार्यों के नाम पर लाखों रुपये खर्च दिखाए गए, लेकिन ज़मीनी हकीकत इसके उलट है। गाँव में सफाई नहीं कराई गई और नालियों का निर्माण नहीं हुआ। बारिश के बाद गलियों में घुटनों तक पानी भर जाता है, जिससे बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है।ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान प्रभा देवी यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि खलियान की लाखों रुपये की मिट्टी बुलडोजर से खोदकर ठेकेदार को बेच दी गई। बताया गया कि लगभग चालीस घंटे तक बुलडोजर चलाकर खलियान की जमीन की मिट्टी उठाई गई, लेकिन गाँव में एक भी विकास कार्य नहीं दिखा।
कुछ दिन पूर्व सपा प्रमुख अखिलेश यादव मृतक ब्रजेश राठौर के परिवार से मिलने पुनगरा गाँव पहुँचे थे। लेकिन गाँव में जाने का रास्ता बदहाल होने के कारण उन्हें दूसरे के मकान पर परिजनों से मिलना पड़ा। यह स्थिति ग्रामीणों के गुस्से का कारण बन गई है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से भ्रष्टाचार की जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है ताकि गाँव में सफाई, नाली निर्माण और अन्य आवश्यक विकास कार्य समय पर पूरे किए जाएँ। वहीं, ग्राम प्रधान ने आरोपों को निराधार बताया है, लेकिन ग्रामीणों में रोष बढ़ता जा रहा है।
