रिपोर्ट
मुजीब खान

शाहजहांपुर : जनपद की समस्त तहसीलों में भूकंप एवं अग्नि सुरक्षा से संबंधित मॉक अभ्यास (ड्रिल) का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य आपदा की स्थिति में प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा करना, राहत एवं बचाव कार्यों की दक्षता को परखना तथा नागरिकों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता का संचार करना था। इस आयोजन में राजस्व विभाग, पुलिस, अग्निशमन सेवा, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, नगर निकाय, लोक निर्माण विभाग, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सहित अन्य संबंधित विभागों द्वारा सक्रिय सहभागिता निभाई गयी है। अभ्यास के दौरान विभिन्न आपातकालीन परिस्थितियों का अनुकरण कर यह आंकलन किया गया कि किस प्रकार त्वरित, समन्वित एवं प्रभावी प्रतिक्रिया दी जा सकती है। कार्यक्रम के अंतर्गत नागरिकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाने, प्राथमिक उपचार प्रदान करने तथा अग्नि नियंत्रण की प्रक्रियाओं का अभ्यास कराया गया। तहसील स्तर पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सुरक्षा मानकों की विस्तृत जानकारी दी गई, जिससे उनकी आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमता में वृद्धि हो सके। यह मॉक अभ्यास जनपद शाहजहाँपुर की आपदा प्रबंधन प्रणाली को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल सिद्ध हुआ है। ऐसे आयोजन न केवल प्रशासनिक तंत्र की तत्परता को बढ़ाते हैं, बल्कि आमजन में भी सुरक्षा के प्रति सजगता एवं जागरूकता उत्पन्न करते हैं।

जिलाधिकारी शाहजहाँपुर धर्मेन्द्र प्रताप सिंह के कुशल निर्देशन में अपर जिलाधिकारी वि०रा० शाहजहाँपुर अरविन्द कुमार के सहयोग से सभी संबंधित विभागों को पूर्व से सतर्क रहने एवं समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश प्रदान किए गए। मुख्य अग्निशमन अधिकारी एवं बचाव दल के अधिकारियों व जवानों द्वारा विभिन्न स्थलों पर डेमो प्रस्तुत किए गए, जिनमें आग लगने की स्थिति में फायर एक्सटिंग्यूिशर के प्रयोग, सुरक्षित निकासी की प्रक्रिया तथा चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक चिकित्सा का प्रदर्शन किया गया। यह आयोजन जनपद शाहजहाँपुर के नागरिकों एवं प्रशासनिक इकाइयों के लिए एक प्रेरणास्पद एवं शिक्षाप्रद अनुभव रहा, जो भविष्य में किसी भी आपदा से निपटने हेतु मार्गदर्शक सिद्ध होगा।
तहसील सदर के अन्तर्गत रिलायंस रोजा पावर सप्लाई प्लांट में अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अरविन्द कुमार के कुशल नेतृत्व में औद्योगिक आपदा से निपटने हेतु मॉक एक्सरसाइज का सफल आयोजन किया गया। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में त्वरित कार्रवाई, आपदा प्रबंधन प्रणाली की तत्परता तथा विभिन्न विभागों के समन्वय का परीक्षण करना था। मॉक एक्सरसाइज की कल्पित स्थिति के अनुसार, प्लांट परिसर में क्लोरीन गैस के टैंक में रिसाव की सूचना प्राप्त होते ही स्थानीय प्रशासन, फायर सर्विस, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, नगर निगम तथा आपदा प्रबंधन टीमों को सतर्क किया गया। निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार तुरंत राहत व बचाव कार्य शुरू किए गए। प्रभावित क्षेत्र को सील कर वहां तैनात टीमों ने गैस रिसाव नियंत्रित करने हेतु तकनीकी कार्रवाई की। स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राथमिक उपचार शिविर स्थापित कर संभावित प्रभावित कर्मचारियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इस दौरान फायर सर्विस के जवानों ने गैस रिसाव की दिशा में पानी के स्प्रे कर वातावरण को नियंत्रित किया। पुलिस बल ने तत्काल यातायात नियंत्रण व भीड़ प्रबंधन किया। फायर की टीम ने बचाव कार्य का प्रदर्शन करते हुए विशेष उपकरणों से प्रभावित व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया। अपर जिलाधिकारी (वि०रा०) ने मॉक ड्रिल की पूरी प्रक्रिया का निरीक्षण कर विभिन्न विभागों की भूमिका का मूल्यांकन किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की मॉक एक्सरसाइज समय-समय पर आवश्यक है जिससे वास्तविक आपदा की स्थिति में प्रशासन एवं संबंधित एजेंसियां तत्परता से कार्य कर सकें। कार्यक्रम के सफल समापन पर उन्होंने सभी प्रतिभागी विभागों की सराहना की तथा आपदा प्रबंधन को और प्रभावी बनाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

By jamal

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