राजेन्द्र सिंह धुऑंधार

कन्नौज। नवरात्रि पर्व के दौरान और दशहरे के पर्व से ठीक पहले रवानगी लेते मानसून ने मंगलवार को अपना उग्र रूप दिखाया। आकाशीय बिजली की तेज गड़गड़ाहट के साथ मूसलाधार बारिश का सिलसिला जिले में जगह जगह सायं तक जारी रहा। आकाशीय बिजली की चपेट में आकर जहां जिले में दो महिलाओं सहित तीन लोगों की मौत की खबर है,वहीं एक धार्मिक मंदिर और शिक्षक के आवास पर भी आकाशीय बिजली गिरी, जिससे कोई जनहानि तो नहीं हुई पर नुकसान जरूर हुआ।
बदले मौसम से बारिश के कारण खेतों पर खड़ी फसलों पर व्यापक प्रभाव पड़ा है, वहीं जगह जगह जलभराव की समस्या से लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा।
सुबह 10 बजे के करीब से बारिश शुरू होने के तुरंत बाद बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई जो सायं 7 बजे के बाद कुछ स्थानों पर बहाल हो सकी। मंगलवार की सुबह 10 बजे के करीब मानसूनी बारिश और कड़कड़ाती बिजली से जिले में तीन लोगों जिनमें छिबरामऊ तहसील क्षेत्र के मझपुर्वा गांव में 35 वर्षीय सीता देवी पत्नी संजय यादव की आकाशीय बिजली की चपेट में आकर मौत हो गई। बताया गया कि, बारिश के दौरान सीता अपने घर के बाहर भैंस बांधने गईं थीं। इसी प्रकार बीती सायं मवेशी चराने खेतों पर गए छिबरामऊ क्षेत्र के तालग्राम के गांव बेरियन नगला निवासी वीरेंद्र कुमार पुत्र रामस्वरूप जो बारिश से बचने को पेड़ के नीचे खड़े थे, आकाशीय बिजली की चपेट में आकर इनकी भी मौत की खबर है।
तीसरी घटना तिर्वा तहसील क्षेत्र के थाना इंदरगढ़ क्षेत्र हंसेरन के गांव कटहर गांव में घटी। यहां बारिश से कपड़ों का उठाने छत पर गईं 28 वर्षीय सोनी पत्नी गोपाल चंद्र पाल की आकाशीय बिजली की चपेट में आकर मौत की खबर है।
बताते चलें कि आकाशीय बिजली का सितम यहां पर ही नहीं रुका। आकाशीय बिजली की चपेट में ठठिया कस्बे के बाजार में स्थित मां दुर्गा मंदिर भी चपेट में आ गया। मंदिर पर जिस समय बारिश के साथ तेज आवाज के साथ बिजली गिरी उस समय मंदिर में कई श्रद्धालु मंदिर में दर्शन को मौजूद थे, इसके अलावा नव युवक जनजागरण मण्डल द्वारा शोभायात्रा निकाले जाने की तैयारियों भी चल रही थीं। हालांकि मंदिर में स्थित मां दुर्गा की मूर्ति पूरी तरह सुरक्षित है, वहीं मंदिर का बाहरी और ऊपरी हिस्सा जगह जगह से टूट कर नीचे आ गिरा।
घटना के दौरान हड़कंप का माहौल बना रहा। मन्दिर के पुजारी प्रकाशानंद ने बताया कि माता की कृपा से कोई जनहानि नहीं हुई और मां की मूर्ती भी सुरक्षित है। आकाशीय बिजली ने तिर्वा नगर में एक शिक्षक के आवास को भी चपेट में ले लिया।
तिर्वा के अन्नपूर्णा नगर में रहने वाले शिक्षक धर्मेंद्र कुमार फतुआपुर विद्यालय में कार्यरत हैं। घटना के दौरान वह स्कूल में थे। इनके आवास पर इनके परिजनों के अलावा एक किरायेदार परिवार भी रहता है। दोपहर एक बजे के करीब अचानक आकाशीय बिजली इनके आवास पर तेज आवाज के साथ गिरी तो घर पर मौजूद लोगों के अलावा आसपास के लोग भी सहम गए। हालांकि कोई अप्रिय घटना घटित होने से तो बच गई लेकिन शिक्षक के मकान के ऊपरी हिस्से के मकान का एक सीमेंट का खंबा सहित मकान का प्लास्टर, बिजली लाइनें, डिश केबल जल गईं।
बारिश से जिले में मुख्य मार्गों से लेकर जगह जगह जलभराव की समस्या से जनमानस को जूझना पड़ा,वहीं जिले में बड़ी संख्या में फसलों पर भी व्यापक प्रभाव पड़ा है।
बिजली आपूर्ति भी बुरी तरह सुबह से बारिश के दौरान प्रभावित हो गई। सायं 7 बजे के करीब कुछ स्थानों को छोड़कर कई जगहों पर बिजली व्यवस्था बहाल नहीं ही सकी थी। पूरे दिन बारिश के कारण लोग परेशान नजर आए, वहीं सायं तक बारिश की रिमझिम जारी थी।
आकाशीय बिजली से घटी घटनाओं की जानकारी के बाद जिला प्रशासन ने आपदा पीड़ित परिवारों को राहत और मदद की प्रक्रिया के अलावा नुकसान का आंकलन भी शुरू करवा दिया था।