जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने वृद्धाश्रम में बुजुर्गों संग बांटी खुशियाँ, संग किया भोजन, वितरित किए उपयोगी उपहार

रिपोर्ट विरेंद्र तोमर बागपत
बागपत, /बागपत में अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर बागपत में एक भव्य और हर्षोल्लासपूर्ण आयोजन किया गया, जिसने न केवल बुजुर्गों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरी, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि वरिष्ठ नागरिक बोझ नहीं, बल्कि हमारी अमूल्य धरोहर हैं।
इस अवसर पर जिलाधिकारी अस्मिता लाल संजरपुर कैडवा स्थित समाज कल्याण विभाग के आवासीय वृद्धाश्रम पहुंचीं। उन्होंने वहां रह रहे वरिष्ठ नागरिकों के साथ समय व्यतीत किया, उनके अनुभव सुने, संग भोजन किया और उन्हें उपहार प्रदान कर सम्मानित किया। केक काटकर दिन का आरंभ किया गया और बुजुर्गों के साथ मिलकर वृक्षारोपण भी किया गया।वृद्धाश्रम में वर्तमान में 50 बुजुर्ग निवासरत हैं, जिनमें 20 महिलाएं और 30 पुरुष शामिल हैं। जिलाधिकारी ने सभी वरिष्ठ नागरिकों को छड़ी, मिठाई का डब्बा, वस्त्र, स्टील वॉटर बोतल और ड्राई फ्रूट्स (मखाने) भेंट स्वरूप प्रदान किए। इस अवसर पर आश्रम के सबसे वृद्ध निवासी 97 वर्षीय रामकिशन (गांव तेड़ा) का विशेष सम्मान किया गया।
इस दौरान बुजुर्गों ने अपने नाम से जीवन का प्रतीक पौधा रोप कर यह संकल्प लिया कि वे सकारात्मक सोच रखते हुए मन से मजबूत बने रहेंगे। पौधा लगाकर उन्होंने सेवा भाव और प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त किया।जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने कहा, “वृद्ध होना जीवन की स्वाभाविक प्रक्रिया है। यदि हम संतुलित आहार, सकारात्मक सोच और नियमित स्वास्थ्य जांच को जीवनशैली का हिस्सा बनाएं तो बुजुर्ग अवस्था भी खुशहाल और स्वस्थ रह सकती है। बुजुर्ग हमारे समाज की धरोहर हैं और उनके अनुभव नई पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक की तरह हैं।”
स्वास्थ्य और पोषण के महत्व को ध्यान में रखते हुए, बुजुर्गों की डाइट में सुपर सीड्स जैसे अलसी, चिया, सूरजमुखी व कद्दू के बीज और ड्राई फ्रूट्स शामिल किए गए। इसके अलावा, बुजुर्गों के मनोरंजन एवं सृजनात्मक विकास के लिए प्ले जोन का आयोजन किया गया, जिसमें लूडो, कैरम, स्ट्रेस बॉल, पहेलियाँ और पुस्तकें शामिल थीं।
कार्यक्रम के एक खास पहलू में जिलाधिकारी, एसडीएम और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बुजुर्गों के साथ संयुक्त रूप से भोजन किया, जिससे पारिवारिक और स्नेहपूर्ण माहौल बना। बुजुर्गों ने जिलाधिकारी का आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके आने से उन्हें अत्यंत खुशी और प्रोत्साहन मिला।
इस अवसर पर वृद्धाश्रम परिसर में विशेष स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित किया गया, जिसमें बुजुर्गों की आंख, कान, दांत और मानसिक स्वास्थ्य की जांच हुई। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने बुजुर्गों को परामर्श दिया और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने के उपाय बताए। जिलाधिकारी ने समापन में कहा, “प्रशासन हर संभव प्रयास करेगा कि जिले का कोई भी बुजुर्ग अकेलापन महसूस न करे और हर स्तर पर उन्हें सम्मान, सुरक्षा और आत्मसम्मान की जिंदगी मिले। वृद्धाश्रम उन लोगों का घर है जिनकी पूरी जिंदगी समाज को समर्पित रही है। उनका सम्मान और देखभाल करना हम सबकी जिम्मेदारी है।”
इस अवसर पर जिला समाज कल्याण अधिकारी ज्योति शर्मा, डिप्टी कलेक्टर मनीष यादव, एसडीएम बड़ौत भावना सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।