13 साल बाद 1300 जैन तपस्वी द्वारा भगवान विमलनाथ का किया मस्तकाभिषेक
ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट सुधीर सिंह

कंपिल/ फर्रुखाबाद
जैन श्वेतांबर मंदिर में एक विशेष धार्मिक आयोजन संपन्न हुआ। देश के विभिन्न प्रांतों से आए करीब 1300 जैन तपस्वी चेन्नई से यात्रा कर कंपिल पहुंचे।
तपस्वियों ने भगवान विमलनाथ का मस्तकाभिषेक गंगाजल, तीर्थ रज और वैदिक औषधियों से किया। ट्रस्ट के मंत्री पुखराज डागा ने बताया कि यह विशेष पूजा श्री कुमार पाल चैत्र मास ओली समिति द्वारा आयोजित की गई।
समिति के अध्यक्ष प्रकाश भाई मरडिया और भक्तिमल जैन ने बताया कि यह विशेष संयोग 13 वर्षों बाद बना है। इसलिए 13वें तीर्थंकर भगवान विमलनाथ की जन्मस्थली कंपिल में यह विशिष्ट पूजा की गई।
यह यात्रा चेन्नई से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के हस्तिनापुर में 8 अप्रैल को समाप्त होगी। यात्रा का मुख्य उद्देश्य तीर्थ क्षेत्र के विकास के लिए धार्मिक अनुष्ठान करना है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मिथलेश अग्रवाल और निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष उदयपाल यादव का सम्मान किया गया। यात्रियों ने कंपिल नगरी की भव्यता की सराहना की। साथ ही आवागमन की सुविधाओं को बेहतर बनाने का अनुरोध भी किया। कार्यक्रम में उत्तम चंद्र वाजरा, राजभाई मरडिया, हिमांशु, जीशान, चिराग परख समेत कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
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