ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट एस,पी,कुष्वा ।

देवरिया /जनपद के लगभग सभी विकासखंडो में प्राथमिक विद्यालय की मान्यता से जूनियर स्कूल मान्यता से संचालित हो रहे हैं, हाईस्कूल, इंटर कॉलेज छात्र और छात्र अभिभावक नहीं समझ पा रहे हैं विद्यालय संचालन के क्रियाकलापों का खेल। छात्रों के अभिभावकों के समझ से परे है शिक्षा विभाग मे सरकारी नियम से बच्चों के नामांकन का खेल बिना यू डायस बिना मान्यता के संचालित विद्यालयों में अभिभावक अपने बच्चों का नामांकन करा देते हैं। जानकारी के अनुसार विकासखंड भागलपुर में शिक्षा विभाग के जनपद स्तरीय जिम्मेदार अधिकारियों की जानकारी में बिना मान्यता के दर्जनों विद्यालय संचालित हो रहे हैं।विभाग से
पूछे जाने पर खंड शिक्षा अधिकारी सत्य प्रकाश कुशवाहा ने बताया कि इस तरह के स्कूल में दी जा रही शिक्षा का मामला संज्ञान में आया है नोटिस जारी कर दिया गया है और यह भी संज्ञान में आया है कि प्राथमिक की मान्यता से जूनियर हाईस्कूल, जूनियर हाईस्कूल की मान्यता से
हाईस्कूल,इंटर कॉलेज
संचालित हो रहे हैं
छात्रों के अभिभावको को जागरूक करने के लिए किस विद्यालय की कितनी मान्यताएं हैं उसकी सूची मैं जारी कर दिया है उस सूची को संज्ञान में लेकर अभिभावक अपने बच्चों का विद्यालयों में दाखिला कराये और अच्छी शिक्षा अपने बच्चों को दिलाये।
खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया विकासखंड भागलपुर में बिना विद्यालय की मान्यता के विद्यालय संचालित नहीं होने देंगे क्योंकि यह बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा मान्यता के विपरीत भी विद्यालय संचालित नहीं होंगे यदि प्राथमिक की मान्यता है तो विद्यालय संचालक प्राथमिक स्तर तक ही बच्चों की शिक्षा का प्रबंध करें और विद्यालय के यू डायस कोड लेकर पोर्टल पर बच्चों का दाखिला करें यदि जूनियर हाई स्कूल की मान्यता है तो कक्षा 6- 8 तक विद्यालय के यू डायस जनरेट करा कर पोर्टल पर बच्चों का दाखिला करें प्राथमिक और जूनियर की मान्यता लेकर हाई स्कूल इंटर संचालन यदि पाया जाता है तो विधिक कार्रवाई करते हुए प्राथमिक और जूनियर की मान्यता प्रति हरण की कार्रवाई करने के लिए विभाग विभागीय अधिकारी बाध्य होंगे। खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जुलाई से पहले पहले सभी नियम का पालन विद्यालय संचालक को करना होगा यदि विद्यालय संचालकों द्वारा किसी प्रकार की लापरवाही की जाती है तो विभागीय कार्रवाई करने में मेरे द्वारा कोई लापरवाही नहीं की जाएगी विद्यालय संचालक जिसकी जितनी मान्यता उतना ही करें विद्यालय का संचालन बच्चों और अभिभावकों की आंख में धूल झोंकने का कार्य न करें। खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से विभागीय पत्र जारी होने के बाद उक्त बातें संज्ञान में आने पर भेंट वार्ता में खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया।