इलाज के दौरान मादा तेंदुये शावक की हुई मौत
रिपोर्ट वीरेंद्र तोमर
बागपत/ बडौत/ बिनौली गांव में संतनगर नर्सरी पर रखे गए तेंदुये शावक की इलाज के दौरान मौत हो गई। जिससे वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। पशु चिकित्सकों की टीम ने मृत तेंदुये का पोस्टमार्टम किया।
सिरसली गांव के जंगल में शिकारियों द्वारा लगाए गए पिंजरे में एक मादा तेंदुआ शावक फंस गया था। जिसको डीएफओ राजेश कुमार व रेंजर सुनेंद्र कुमार की देखरेख में मेरठ से आई रेस्क्यू टीम ने पहुंचकर करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर पिंजरे में बंद कर संतनगर नर्सरी ले जाया गया था। जहां पिछले दस दिन से पशु चिकित्सक डा.अनिल कुमार व डा.रोहित सिंह की देखरेख में उसका इलाज चल रहा था। इस दौरान उसे खाने के लिए वनकर्मियों ने मुर्गे का मीट दिया जा रहा था। मंगलवार रात तेंदुये की मौत हो गई। जिससे वन विभाग के अधिकारियों में हडकंप मच गया। सीवीओ डा.अरविंद त्रिपाठी द्वारा गठित डिप्टी सीवीओ डा.आरसी यादव, डा.रोहित सिंह व डा.देवेंद्र कुमार ने एसडीओ गाजियाबाद डा.सलोनी, वन रेंजर बडौत सुनेंद्र कुमार, रेंजर बागपत श्रवण कुमार, डिप्टी रेंजर मौहम्मद तालिब आदि अधिकारियों की मौजूदगी में मृत तेंदुये का पोस्टमार्टम किया। इस दौरान बिसरा भी सुरक्षित रखा गया। जिसको जांच के लिए बरेली भेजा जाएगा। जहां से जांच रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा।
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