ईस्ट इंडिया टाइम्स ब्यूरो चीफ: आमिर हुसैन

उत्तराखंड जिला नैनीताल के रामनगर जंगल के फोरेस्ट गार्डों और लकड़ी ठेकेदारों की मिलीभगत से साल और सागौन की बेशकीमती लकड़ी की अवैध कटाई लाखों की लकड़ी की तस्करी का बड़ा मामला प्रकाश में आया वन विभाग में मचा हड़काम।रामनगर वन प्रभाग में साल और सागौन की बेशकीमती लकड़ी की जंगलों के प्लेटो से अवैध कटान और तस्करी का यह मामला सामने आया है।प्रतिवर्ष जंगलात क्षेत्र से अबैध रूप से करोड रुपए की लकड़ी तस्करी की जा रही है।जिसमें वन अधिकारियों और ठेकेदारों की मिली भगत उजागर हो गई। रामनगर वन विभाग का है
जहां भंडारपानी की ओर से एक ट्रक साल और सागौन की लकड़ी से भरा हुआ रामनगर कोसी पुल की ओर बढ़ा आ रहा था इस ट्रक को वन निगम जाना था, लेकिन यह ट्रक वन निगम की बजाय भवानीगंज की ओर मुड़ गया। भवानीगंज में यह पुरानी कोसी रोड कुष्ठ आश्रम के सामने स्थित गुप्ता की आरा मशीन के अंदर घुस गया।जिससे यह साफ हो गया कि लकड़ी की गैरकानूनी निकासी की गई है। इसकी सूचना रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ दिगनाथ नायक को दी, जिन्होंने तत्काल ट्रक को पकड़ने के लिए अपनी टीम भेजी, और ट्रक को अपने कब्जे में लिया।
इतना ही नहीं रामनगर टेढ़ा फॉरेस्ट चौकी पर इस ट्रक की निकासी के बारे में पूछताछ की, तो चौकी पर मौजूद कर्मचारी घबरा गए। और चौकी पर ट्रक की कोई एंट्री भी नहीं दर्ज की गई थी।वहां तैनात कर्मचारी ने तुरंत अपने किसी साहब को व्हाट्सएप पर सूचना दी कि “वाहिद के ट्रक की निकासी के बारे में दो लोग पूछताछ कर रहे हैं।वन चौकी प्रभारी द्वारा भी लकड़ी की चोरी करवाने में पूरा हाथ है क्योंकि इन लोगों को भी लकड़ी तस्करी का पूरा हिस्सा मिल रहा है। चौकी के कर्मचारी भी इस तस्करी के खेल में शामिल हैं। रामनगर डीएफओ दिगनाथ नायक ने की कार्यवाही करते हुये तुरंत कार्रवाई करते हुए तस्करी में लिप्त ट्रक को मय माल के साथ पकड़ लिया।
रामनगर टीएफओ दिगनाथ नायक ने यह भी कहा कि टेढ़ा और बैराज वन चौकी के कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।रेंज अधिकारी और निकासी गेट पर तैनात कर्मचारियों की मिलीभगत से यह तस्करी का खेल चल रहा है। प्रति वर्ष करोड़ की लकड़ी का अवैध कटान और तस्करी करके यह गिरोह बड़े पैमाने पर पैसा कमाने के लिए वन विभाग द्वारा लकड़ी तस्करों की मदद की जा रही है। रामनगर डीएफओ
दिगनाथ नायक ने इस मामले में गहन जांच का आदेश दिया है और सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कहीं है।उन्होंने कहा वन अधिनियम एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

By jamal

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