ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट सौरभ अग्रवाल


फिरोजाबाद/ डायरिया के प्रति जन जागरूकता के लिए मंगलवार को उच्च प्राथमिक विद्यालय नगला पछिया हिमायूँपुर में विश्व ओआरएस दिवस मनाया गया। पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल इंडिया (पीएसआई इंडिया) और केनव्यू के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम में डायरिया के नियंत्रण व प्रबंधन में ओआरएस और जिंक की बड़ी भूमिका के बारे में विस्तार से बताया गया।
इस मौके पर प्रधानाचार्य रमा कान्त ने कहा कि शून्य से पांच साल तक के बच्चों को डायरिया से सुरक्षित बनाने के लिए जनजागरूकता बहुत जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए डायरिया के प्रति जागरूकता सम्बन्धी संदेशों वाले पोस्टर-बैनर और ओआरएस कार्नर के माध्यम से डायरिया के लक्षण, बचाव तथा ओआरएस और जिंक की उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। प्रदेश में 16 जून से 31 जुलाई तक डायरिया रोको अभियान भी चलाया जा रहा है। अभियान की इस साल की थीम- “डायरिया की रोकथाम सफाई और ओआरएस से रखें अपना ध्यान” तय की गयी है। कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में डायरिया की रोकथाम ओआरएस व जिंक के उपयोग को प्रोत्साहन और समुदाय में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना है।
इस मौके पर नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की एएनएम मीना देवी ने बच्चों को को हाथ धुलने के छह चरणों के बारे में बताया। इस मौके पर विद्यालय की अध्यापिका ममता मिश्रा, रूबी शर्मा , गीता यादव, नीलम कुमारी और पीएसआई इंडिया से राजेश कुमार प्रजापति कैफूल हसन, क्षेत्र की आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी उपस्थित रहीं।
दूसरी ओर जनपद के लक्ष्मी हॉस्पिटल में भी विश्व ओआरएस दिवस मनाया गया। इस मौके पर लक्ष्मी हॉस्पिटल की हॉस्पिटल मैनेजर पूजा यादव ने उपस्थित लोगों से कहा कि शून्य से पांच साल तक के बच्चों को डायरिया से सुरक्षित बनाने के लिए जन जागरूकता बहुत जरूरी है। उन्होंने डायरिया के लक्षण, बचाव तथा ओआरएस और जिंक की उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया। ज्ञात हो कि डायरिया रोको अभियान में सहयोग के लिए पीएसआई इंडिया और केनव्यू द्वारा जनपद में “डायरिया से डर नहीं” कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इस मौके पर बच्चों को ओआरएस के पैकेट और जिंक की गोलियां प्रदान की गयीं और उसके इस्तेमाल के सही तरीके के बारे में भी बताया गया। इस दौरान डॉ. पारस राजपूत व समस्त मेडिकल स्टॉफ मौजूद रहा।