ईस्ट इंडिया टाइम्स
रिपोर्ट विरेन्द्र तोमर/

बागपत/बड़ौत/बिनौली क्षेत्र के बरनावा गांव अतिशय क्षेत्र में रविवार को चंदाप्रभु भगवान का मासिक महाभिषेक बड़ी श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। चतुर्थकालीन अतिशयकारी भगवान चंदाप्रभु का शांतिधारा, नित्य पूजन एवं विधान विधिवत रूप से किया गया।मुख्य महाभिषेक का पुण्यार्जन बड़ौत निवासी श्रीमती निशा जैन एवं मयंक जैन परिवार द्वारा किया गया। शांतिधारा का सौभाग्य एक ओर से बिजनौर के राजेंद्र कुमार जैन, श्रीमती रेखा जैन, शैंकी जैन एवं विधि जैन को प्राप्त हुआ, वहीं दूसरी ओर से बड़ौत के श्रीमती निशा जैन, मयंक जैन एवं वैभव जैन को प्राप्त हुआ। पश्चात नित्य एवं नैमित्तिक पूजा-अर्चना की गई। महाआरती का सौभाग्य भी श्रीमती निशा जैन एवं मयंक जैन को प्राप्त हुआ। परिमार्जन सारंग जैन (मयूर विहार, दिल्ली) को प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पंडित प्रदीप शास्त्री (जबलपुर) ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि उत्तम विचार मनुष्य का वास्तविक आभूषण होते हैं। विचारों से ही जीवन सुंदर एवं सार्थक बनता है। यदि विचार पवित्र हों, तो जीवन भी पुण्य और शांति की ओर अग्रसर होता है। उन्होंने भगवान भक्ति और सद्विचारों से जीवन को आनंदमय बनाने का संदेश दिया।कार्यक्रम में महामंत्री पंकज जैन, पवन जैन, रजनीश जैन, अशोक जैन, संजीव जैन, आदित्य जैन, वैभव जैन, उमेश जैन, अनुज जैन एवं आशीष जैन सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के श्रद्धालु उपस्थित रहे। श्रद्धालुओं ने धार्मिक वातावरण में भगवान की पूजा-अर्चना कर सुकून एवं आध्यात्मिक शांति की अनुभूति प्राप्त की।