राजेन्द्र सिंह धुऑंधार

कन्नौज। जिले के हसेरन कस्बे में नई तहसील के गठन की जानकारी पर तिर्वा तहसील के अधिवक्ताओं में आक्रोश साफ नजर आया। वकीलों ने नई तहसील के विरोध को लेकर प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन भी एसडीएम तिर्वा को सौंपा। बीते लंबे समय से कन्नौज जिले में तिर्वा, छिबरामऊ और कन्नौज के बाद हसेरन में भी तहसील मुख्यालय संचालित हो, इसकी प्रक्रिया जारी थी। संबंधित अधिकारियों ने यहां विगत दिनों निरीक्षण भी किया था। हसेरन ब्लॉक परिसर में बने सीएचसी के नवीन भवन में संभवतः नई तहसील संचालित हो सकती है। उपरोक्त मामले पर तिर्वा तहसील के अधिवक्ता आक्रोशित हैं, उनका कहना है, कि नई तहसील गठन से तिर्वा तहसील क्षेत्र का क्षेत्रफल कम हो जाएगा। उनका कहना था कि एक तहसील में दो ब्लॉक होने चाहिए और दो परगना। जब कि नई तहसील शुरू होने के बाद तिर्वा और दूसरी जगह भी एक एक ब्लॉक रह जाएगा, इसके अलावा जो क्षेत्रफल काटा जाएगा वो तिर्वा का ही कटेगा, जिससे उनका कामकाज प्रभावित होगा।
वकीलों का कहना था कि अगर शासन उपरोक्त प्रक्रिया को पूरा करता है तो तिर्वा तहसील का क्षेत्रफल भी बढ़ाया जाय।
वकीलों ने यह भी सुझाव दिया कि, कानपुर जनपद का ब्लॉक ककवन तिर्वा तहसील की सीमा से लगा हुआ है, तिर्वा तहसील में जोड़ा जाय। इसके अलावा ठठिया को ब्लॉक घोषित करने के अलावा तिर्वा कोतवाली क्षेत्र भी तिर्वा तहसील में जोड़ा जाय।
हसेरन तहसील को लेकर विरोध पर अड़े अधिवक्ताओं ने नारेबाजी और प्रदर्शन करते हुए यूपी की राज्यपाल को प्रेषित अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भी तिर्वा उपजिलाधिकारी राजेश कुमार को सौंपा, और नई तहसील के गठन पर रोक की मांग की।
प्रदर्शन में संजय शुक्ला, अतुल शर्मा, संजीव तिवारी, हरवेंद्र सिंह, मनोज राजपूत, बलराम यादव, रामगोपाल, राजीव यादव, बलवीर सिंह यादव सहित अन्य कई अधिवक्ता मौजूद रहे।