रिपोर्ट रिपोर्ट मुजीब खान

शाहजहांपुर /नगर में ईद मिलादुन्नबी के मुबारक मौके पर निकलने वाले जुलूसों में एक जूलूस हर साल शहर के मोहल्ला ककरा से भी निकलता है जिसमें हजारों की तादात में अकीदतमंद अपने हाथों में इस्लामी परचम लेकर सरकार की आमद मरहवा के नारों की सदाएं बुलंद करते हुए शहर की सड़कों पर निकलते है। हर साल की तरह भी इस बार भी ईद मिलादुन्नबी का जुलूस ककरा से धूमधाम से निकाला गया जिसमे हजारों की तादात में अपने आका से मोहब्बत रखने वाले आशिक ए रसूल शहर की सड़कों पर जुलूस के साथ अपने हाथों में इस्लामिक परचम लहराते हुए नारा ए तकबीर अल्लाह हू अकबर सरकार की आमद मरहवा के नारों की सदाएं बुलंद करते हुए जुलूस कमेटी के मुन्तजिम हाजी शाहनवाज खान एडवोकेट और सैयद शरिक रज़ा की सदारद में निकले जुलूस के आखिर में हाजी शाहनवाज खान ने जुलूस के दौरान ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों को फूलों की मालाएं पहनाकर मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
आपको बताते चले कि शाहजहांपुर शहर में 12 रबीउल अव्वल के दिन जिले में लगभग सभी कस्बों में जुलूस मिलादुन्नबी निकलता है जिसमें शहर के तीन जुलूस काफी मशहूर है जिसमें एक नाम ककरा के जुलूस का भी आता है। सैयद शारिक रज़ा की सदारद में निकलने वाला जुलूस,
ककरा स्थित छोटी मस्जिद से शुरू होकर मदरा खेल, लोहारों वाला चौक से होते हुए बड़ी ईदगाह के पास पहुंच कर जुलूस के समापन पर देश की सलामती और खुशहाली के लिए दुआएं की गईं। इस दौरान हाफ़िज़ इमरान रज़ा और हाफ़िज़ ज़ीशान रज़ा ने नात पढ़ी, साथ ही हाफ़िज़ मेहराब हुसैन रज़वी, सैयद गुलाम रसूल, हाजी शब रेंज खान एडवोकेट, हाफ़िज़ माशूक अली, अमानत उल्लाह खान नूरी, गुलाम अब्दुल कादिर, फरमान खान, शाहिद उल्लाह, राशिद उल्लाह, अशरफ, सैयद, रईस अहमद, मुनीर, फैजान, मुजाहिद और हनीफ खान समेत सैकड़ों अन्य लोग भी मौजूद रहे।