रिपोर्ट आदिल अमान

कायमगंज/फर्रुखाबाद
दत्तू नगला में बीते चार दिन से घायल पड़े सांड का अब तक इलाज नहीं हो सका है। पैर टूट जाने से सांड तड़प रहा हैं। गौ रक्षकों ने नगर पालिका, बीडीओ, सीवीओ से लेकर उपजिलाधिकारी तक गुहार लगाई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। स्थिति यह है कि सांड के खाने-पीने की व्यवस्था तक नहीं की गई है उनकी देखभाल गौ रक्षक स्वयं अपने खर्चे से कर रहे हैं। गौ रक्षकों ने बताया कि मुख्य पशु चिकित्साधिकारी का कहना है कि अगर सांड को समय रहते बरेली भेजा जाए तो जान बच सकती है, लेकिन लापरवाही के कारण सांड की हालत लगातार बिगड़ रही है। उनका आरोप है कि पूर्व में भी इलाज की कमी से कई गौवंश दम तोड़ चुके हैं। गौ रक्षकों ने मांग की कि कायमगंज पशु चिकित्सालय में अस्थायी बाड़ा बनाया जाए, जहां घायल और निराश्रित गौवंश को सुरक्षित रखकर उनका इलाज हो सके। उन्होंने कहा कि इलाज के दौरान दाना-चारा की व्यवस्था समाजसेवक स्वयं करेंगे, लेकिन प्रशासन को चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करनी होगी। गौ रक्षकों ने चेतावनी दी है कि अगर मंगलवार शाम तक घायल नंदी को बरेली एडमिट नहीं कराया गया तो वे बुधवार को उपजिलाधिकारी कार्यालय पर अनशन करने को मजबूर होंगे। इस दौरान उन्होंने तहसील पहुंच कर डीएम को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार विक्रम सिंह चाहर को सौंपा गया। मौके पर जिला गौरक्षा प्रमुख नूतन चतुर्वेदी, राणा मनमोहन सिंह राठौड़, प्रभात कुमार, वृजराज करन कुमार, हरिओम, प्रिंसराज, अंकित सिंह तोमर, विकास लाड़ला, चंदन सिंह समेत अन्य गौ रक्षक मौजूद रहे।